बेंगलुरु: कर्नाटक विधान परिषद के उपसभापति एस.एल. धर्मे गौड़ा के साथ उच्च सदन में धक्का-मुक्की किए जाने से नाराज कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने मंगलवार को जोर देकर कहा, परिषद के सभापति के. प्रतापचंद्र शेट्टी को सदन में बहुमत का समर्थन प्राप्त नहीं है. वह इस्तीफा दें. यहां संवाददाताओं से बातचीत में येदियुरप्पा ने कहा कि उच्च सदन में हुईं घटनाएं अभूतपूर्व हैं. देश के लोकतांत्रिक इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ था.
उन्होंने कहा कि जेडी (एस) के खुलने के साथ ही इस संबंध में कोई भी अस्पष्टता नहीं बची है. उन्होंने कहा, अब यह बहुत स्पष्ट है कि भाजपा के पास संख्या बल है और शेट्टी के पास नहीं है, इसलिए उनके पास इस्तीफा देने के अलावा कोई विकल्प नहीं है.
पढ़ें:कर्नाटक विधान परिषद में हंगामा, कांग्रेस MLC ने डिप्टी चेयरमैन को कुर्सी से हटाया
वहीं, कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने मुकाबला करते हुए कहा, इससे पता चलता है कि भाजपा का संविधान और लोकतंत्र की व्यवस्था के प्रति कोई सम्मान या विश्वास नहीं है.
उन्होंने सवाल किया कि भाजपा-जनता दल (एस) ने सदन का प्रवेशद्वार बंद करने जैसा कदम क्यों उठाया? इसके अलावा, सदन की घंटी बजने से पहले ही उपसभापति को कुर्सी पर बैठने की अनुमति क्यों दी गई? उन्होंने चेतावनी दी, ये दो सवाल उन्हें सताते रहेंगे. उन्होंने बताया कि यह लोकतंत्र की हत्या के अलावा और कुछ नहीं है.