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ट्रंप का कश्मीर पर बयान, कहा- अगर मोदी चाहें तो मध्यस्थता को तैयार

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने  कहा कि कश्मीर विवाद को सुलझाना भारत और पाकिस्तान पर निर्भर करता है लेकिन अगर दोनों दक्षिण एशियाई पड़ोसी देश इस दशकों पुराने मुद्दे को सुलझाने में उनकी मदद चाहेंगे तो वह इसके लिए तैयार हैं.

ट्रंप और मोदी. सौ.एएनआई
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Published : Aug 2, 2019, 8:49 AM IST

Updated : Aug 2, 2019, 10:29 AM IST

नई दिल्ली/वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर से 'कश्मीर पर मध्यस्थता' का राग छेड़ दिया है. उन्होंने कश्मीर मसले पर कहा कि मध्यस्थता को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तय करना है.

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ट्रंप और मोदी.
ट्रंप ने आगे कहा कि भारत और पाकिस्तान को इस मसले पर एक साथ आना चाहिए. अगर भारत चाहता है तो वह मध्यस्थता करने के लिए तैयार हैं. दूसरी तरफ कश्मीर मसले पर विदेश मंत्री एस ने जयशंकर अमेरिका के सामने रूख स्पष्ट कर दिया है. उन्होंने कहा कि कश्मीर पर सिर्फ भारत और पाकिस्तान के बीच ही बातचीत होगी.
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एस. जयशंकर का बयान.

अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने आगे कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच ये लड़ाई काफी लंबे वक्त से चल रही है. ट्रंप पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ पिछले हफ्ते हुई बैठक का हवाला दे रहे थे जिसमें उन्होंने कश्मीर मुद्दे को सुलझाने में मदद की पेशकश की थी.भारत ने इस पेशकश को खारिज कर दिया था जबकि पाकिस्तान ने ट्रंप के बयान का स्वागत किया था.

कश्मीर पर मध्यस्थता की उनकी पेशकश को भारत की ओर से खारिज किए जाने पर पूछे गए एक सवाल पर ट्रंप ने संवाददाताओं से कहा, 'यह (मध्यस्थता की पेशकश स्वीकार करना) पूरी तरह प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) पर निर्भर करता है.'

ट्रंप से जब भारत द्वारा मध्यस्थता की पेशकश खारिज किए जाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने इस संबंध में जानने के लहजे में सवाल किया, 'उन्होंने पेशकश स्वीकार की या नहीं?'

ट्रंप ने कहा, 'मेरे विचार में वे बेहतरीन लोग हैं - मेरा मतलब खान और मोदी से है. मुझे लगता है कि दोनों के बीच इस पर अच्छे से बातचीत हो सकती है लेकिन अगर वे चाहते हैं कि उनकी मदद के लिए कोई हस्तक्षेप करे....और मैंने पाकिस्तान से भी इस बारे में बात की और भारत से भी.'

उन्होंने इस बात पर भी अफस‍ोस जताया कि कश्मीर मुद्दा लंबे समय से चल रहा है.

ट्रंप से उन्होंने जब पूछा कि “वह कैसे कश्मीर मुद्दा सुलझाना चाहते हैं” तो उन्होंने कहा, 'अगर वे चाहेंगे तो, मैं निश्चित तौर पर हस्तक्षेप करुंगा.'

ट्रंप ने पिछले हफ्ते अपने ओवल ऑफिस में इमरान खान के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में भारत को यह कह कर चौंका दिया था कि प्रधानमंत्री मोदी ने कश्मीर मुद्दे पर उनसे मध्यस्थता की मांग की थी.

बता दें कि कुछ समय पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के बीच मुलाकात हुई थी. ट्रंप ने उस वक्त दावा किया था कि पीएम मोदी ने उनसे कश्मीर मसले पर मध्यस्थता की बात कही थी. ट्रंप के इस बयान पर काफी विवाद हो गया था.

पढ़ें: कश्मीर में सुरक्षा बलों की 280 से अधिक कंपनियां तैनात की जा रही हैं

भारत ने ट्रंप के इस दावे को नकार दिया था. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संसद के दोनों सदनों में यह बात कही कि प्रधानमंत्री मोदी ने कश्मीर मसले पर कभी मध्यस्थता की बात नहीं की.

नई दिल्ली/वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर से 'कश्मीर पर मध्यस्थता' का राग छेड़ दिया है. उन्होंने कश्मीर मसले पर कहा कि मध्यस्थता को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तय करना है.

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ट्रंप और मोदी.
ट्रंप ने आगे कहा कि भारत और पाकिस्तान को इस मसले पर एक साथ आना चाहिए. अगर भारत चाहता है तो वह मध्यस्थता करने के लिए तैयार हैं. दूसरी तरफ कश्मीर मसले पर विदेश मंत्री एस ने जयशंकर अमेरिका के सामने रूख स्पष्ट कर दिया है. उन्होंने कहा कि कश्मीर पर सिर्फ भारत और पाकिस्तान के बीच ही बातचीत होगी.
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एस. जयशंकर का बयान.

अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने आगे कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच ये लड़ाई काफी लंबे वक्त से चल रही है. ट्रंप पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ पिछले हफ्ते हुई बैठक का हवाला दे रहे थे जिसमें उन्होंने कश्मीर मुद्दे को सुलझाने में मदद की पेशकश की थी.भारत ने इस पेशकश को खारिज कर दिया था जबकि पाकिस्तान ने ट्रंप के बयान का स्वागत किया था.

कश्मीर पर मध्यस्थता की उनकी पेशकश को भारत की ओर से खारिज किए जाने पर पूछे गए एक सवाल पर ट्रंप ने संवाददाताओं से कहा, 'यह (मध्यस्थता की पेशकश स्वीकार करना) पूरी तरह प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) पर निर्भर करता है.'

ट्रंप से जब भारत द्वारा मध्यस्थता की पेशकश खारिज किए जाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने इस संबंध में जानने के लहजे में सवाल किया, 'उन्होंने पेशकश स्वीकार की या नहीं?'

ट्रंप ने कहा, 'मेरे विचार में वे बेहतरीन लोग हैं - मेरा मतलब खान और मोदी से है. मुझे लगता है कि दोनों के बीच इस पर अच्छे से बातचीत हो सकती है लेकिन अगर वे चाहते हैं कि उनकी मदद के लिए कोई हस्तक्षेप करे....और मैंने पाकिस्तान से भी इस बारे में बात की और भारत से भी.'

उन्होंने इस बात पर भी अफस‍ोस जताया कि कश्मीर मुद्दा लंबे समय से चल रहा है.

ट्रंप से उन्होंने जब पूछा कि “वह कैसे कश्मीर मुद्दा सुलझाना चाहते हैं” तो उन्होंने कहा, 'अगर वे चाहेंगे तो, मैं निश्चित तौर पर हस्तक्षेप करुंगा.'

ट्रंप ने पिछले हफ्ते अपने ओवल ऑफिस में इमरान खान के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में भारत को यह कह कर चौंका दिया था कि प्रधानमंत्री मोदी ने कश्मीर मुद्दे पर उनसे मध्यस्थता की मांग की थी.

बता दें कि कुछ समय पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के बीच मुलाकात हुई थी. ट्रंप ने उस वक्त दावा किया था कि पीएम मोदी ने उनसे कश्मीर मसले पर मध्यस्थता की बात कही थी. ट्रंप के इस बयान पर काफी विवाद हो गया था.

पढ़ें: कश्मीर में सुरक्षा बलों की 280 से अधिक कंपनियां तैनात की जा रही हैं

भारत ने ट्रंप के इस दावे को नकार दिया था. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संसद के दोनों सदनों में यह बात कही कि प्रधानमंत्री मोदी ने कश्मीर मसले पर कभी मध्यस्थता की बात नहीं की.

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Last Updated : Aug 2, 2019, 10:29 AM IST

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