पटना : बिहार एक बार फिर से इतिहास रचने जा रहा है. मानव श्रृंखला का विश्व रिकॉर्ड बनने जा रहा है. मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी 'जल-जीवन-हरियाली' को लेकर मानव श्रृंखला बनाई जा रही है.
- सीएम नीतीश कुमार का काफिला पटना के गांधी मैदान में पहुंच चुका है.
- गांधी मैदान में उमड़े लोग जल्द ही सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी यहां से करेंगे मानव श्रृंखला की शुरुआत.
- हाथ से हाथ थाम गांधी मैदान में बनाया जाएगा बिहार का मैप.
- राज्यभर में सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद.
बिहार सरकार ने बाल विवाह, दहेज प्रथा और शराबबंदी उन्मूलन जैसी कुरीतियों के खिलाफ और जल जीवन हरियाली योजना के समर्थन में मानव श्रृंखला का आयोजन किया है. पिछले कई दिनों से प्रशासन ने जोर-शोर से इसकी तैयारी की. आज इसको मूर्त रूप दिया जा रहा है. मुख्यमंत्री से लेकर तमाम मंत्री और अधिकारी इसमें शामिल हो रहे हैं.
भागलपुर में मानव श्रृंखला
- भागलपुर में मानव श्रृंखला में करीब 12 लाख छात्र-छात्राएं और आम लोग शामिल हो रहे हैं.
- जिले में 360 किलोमीटर तक मानव श्रृंखला का निर्माण किया जाएगा.
- इसको लेकर जिला प्रशासन ने खास तैयारी की है.
- इस दौरान एक सौ मीटर पर एक रीडर, एक किलोमीटर पर सेक्टर पदाधिकारी और 5 किलोमीटर पर जोनल पदाधिकारी की तैनाती की गई है.
नालंदा में मानव श्रृंखला
- जिले में मानव श्रृंखला के लिए छात्र-छात्राओं में खास उत्साह देखने को मिल रहा है.
- जिला प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है.
- जल्द ही मानव श्रृंखला बनायी जाएगी.
दरभंगा में मानव श्रृंखला
- 468 किलोमीटर लंबी मानव श्रृंखला का निर्माण किया जा रहा है.
- 17 लाख से अधिक लोगों के भाग लेने का अनुमान जताया जा रहा है.
16,351 किमी की मानव श्रृंखला
करीब 16,351 किमी लंबाई की मानव श्रृंखला बनेगी, जिसमें 5,052 किमी मुख्य मार्ग की लंबाई होगी और 11,299 किमी उपमार्ग की लंबाई होगी. दो हजार लोग प्रति किलोमीटर की दर से 4 करोड़ 27 लाख की संख्या होगी.
गांधी मैदान मानव श्रृंखला का प्रस्थान बिन्दु
पटना में गांधी मैदान में मानव श्रृंखला के प्रस्थान बिन्दु होगी. गांधी मैदान से चारों दिशाओं में मानव श्रृंखला का प्रस्थान होगा, जो एक दूसरे से जुड़ते हुए राज्य के सभी जिले आपस में श्रृंखलाबद्ध होंगे. गांधी मैदान में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित कई मंत्री एक दूसरे के हाथ से हाथ थामे खड़ा रहेंगे.
सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध
जिलाधिकारियों को मानव श्रृंखला में भाग लेने से लेकर उनके सकुशल घर वापसी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है. मानव श्रृंखला के दौरान राज्यभर में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध करने के निर्देश दिए गए हैं.
खुले रहेंगे सभी सरकारी कार्यालय
रविवार का दिन होने के बावजूद स्कूल और सभी सरकारी कार्यालय खुले रहेंगे. कक्षा एक से चार के बच्चे स्कूल की चारदीवारी में ही मानव श्रृंखला बनाएंगे. प्रति किलोमीटर पर पेयजल की व्यवस्था होगी.
रिकॉर्डिंग के लिए 12 हेलीकॉप्टर और तीन प्लेन
इसकी रिकॉर्डिंग और तस्वीर लेने के लिए 12 हेलीकॉप्टर और तीन प्लेन का इंतजाम किया है. बड़ी संख्या में मोटरसाइकिल से फोटोग्राफी की जायेगी. वहीं, सबसे बड़ी मानव श्रृंखला की मान्यता के लिए विश्व की एजेंसियों को आमंत्रित किया गया है. जिसमें लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड और गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के लोगों को भी बुलाया गया है.
बच्चों और बूढ़ों को रखा गया दूर
इस आयोजन से बच्चों और बूढ़ों को दूर रखने का निर्देश दिया गया है. यह कार्यक्रम गांधी मैदान में होगा, इसमें सीएम नीतीश कुमार डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी के अलावा सभी वीआईपी गांधी मैदान में ही मौजूद रहेंगे.
पिछला रिकार्ड तोड़ने की कोशिश
बता दें कि बिहार में 21 जनवरी 2017 और 21 जनवरी 2018 को मानव श्रृंखला बना था. जो विश्व की सबसे बड़ी मानव श्रृंखला थी. इससे पहले बांग्लादेश की मानव श्रृंखला सबसे बड़ी थी जिसे बिहार ने तोड़ दिया था.
विश्व रिकॉर्ड में दर्ज कराने की कोशिश
गौरतलब है कि दहेज प्रथा, शराबबंदी कानून, बाल विवाह और जल जीवन हरियाली के प्रति जागरुकता फैलाने के लिए राज्य में मानव श्रृंखला बनाई जा रही है. जहां बिहार सरकार की पूरी कोशिश है कि यह मानव श्रृंखला विश्व रिकॉर्ड में दर्ज हो.