मुंबई : महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में इस बार 288 सीटों के लिए निर्दलीय समेत विभिन्न पार्टियों के 3,237 उम्मीदवार मैदान में उतरे, लेकिन इनमें महिलाओं की संख्या केवल 235 थी. 235 में से भी 24 महिलाएं ही विधानसभा पहुंच सकीं.
बता दें कि भाजपा ने सर्वाधिक 17 महिलाओं को टिकट दिया था. इनमें 12 महिला प्रत्याशियों ने जीत हासिल की. शिवसेना ने आठ महिलाओं को उम्मीदवार बनाया था, जिनमें सिर्फ 2 को जीत मिली.
कांग्रेस-राकांपा ने संयुक्त रूप से 14 महिलाओं को चुनावी रण में उतारा. इनमें 6 ने जीत दर्ज की. खास यह है कि चुनाव लड़ रहीं दो निर्दलीय महिलाओं में दोनों ही विजयी रहीं. बहुजन विकास आघाड़ी ने 6 महिलाओं को टिकट दिया था. उनमें सिर्फ एक चुनाव जीतने में कामयाब रहीं.
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भाजपा के नवनिर्वाचित विधायकों की महिला ब्रिगेड में मनीषा चौधरी (दहिसर), विद्या ठाकुर (गोरेगांव), भारती लावेकर (वर्सोवा) , मंदा म्हात्रे (बेलापुर, नवी मुंबई), माधुरी मिसल (पार्वती), मुक्ता तिलक (कासबेपेठ, पुणे) शामिल हैं.
नासिक सेंट्रल से देवयानी फरांदे, सीमा हायर (नासिक पश्चिम), श्वेता महाले (चिखली), मेघना बोरदीकर (जिंटूर), नमिता मुंदड़ा (केजे) व मोनिका राजले (शेवगांव) भी निर्वाचित होकर विधानसभा पहुंची हैं.
वहीं NCP के टिकट पर चुनाव जीतीं तीन महिला उम्मीदवार सुमन आर.आर पाटिल (तस्गांव-कवठे महाकाल), अदिति तटकरे (श्रीवर्धन) और सरोज अहिरे (देवलाली) हैं.
निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर सफलता हासिल करने वालीं दो महिला विधायक मंजुला गावित (सकरी) और भाजपा की बागी गीता जैन (मीरा-भायंदर) हैं.
दो महिला शिव सैनिक हैं यामिनी जाधव (भायखला) और लता सोनावाने (चोपडा). यामिनी ने एआईएमआईएम के निर्वतमान विधायक वारिस पठान से सीट छीनी जबकि लता सोनवने (चोपडा) ने एनसीपी के जगदीशचंद्र वलवी को मात दी.
कांग्रेस की पांच महिला विधायकों में वर्षा गायकवाड़ (धारावी, मुंबई), प्रणति शिंदे (सोलापुर सेंट्रल), प्रतिभा धनोर्कर (वरोरा), सुलभा खोडके (अमरावती) और यशोमति ठाकुर (टेवसा) शामिल हैं.
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वहीं चुनाव हारने वालीं प्रमुख महिला प्रत्याशियों में भाजपा की पंकजा मुंडे (परली), आम आदमी पार्टी की पारोमिता गोस्वामी (ब्रह्मपुरी) और अखिल भारतीय मानववादी पार्टी की वनिता राउत (चिमूर) रहीं. इनमें चंद्रपुर जिले की चिमूर गांव की रहने वालीं वनिता अपने चुनावी एजेंडे से सुर्खियों में छा गयी थीं. उन्होंने वादा किया था कि जीत की स्थिति में वह बेरोजगार युवकों को गांव में बीयर बार खोलने के लिए लाइसेंस व परमिट दिलाएंगी.