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असम बाढ़ : काजीरंगा के जानवरों के लिए बढ़ा खतरा, पलायन को मजबूर

काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियों का पानी प्रवेश कर चुका है. जिससे पार्क का 80 प्रतिशत हिस्सा डूब गया है. अब तक काजीरंगा नेशनल पार्क में बाढ़ से 66 जानवरों की मौत हो चुकी है और 170 जानवरों को बचाया जा चुका है.

काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान
काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान
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Published : Jul 15, 2020, 6:38 PM IST

Updated : Jul 15, 2020, 8:00 PM IST

गुवहाटी : असम राज्य अपनी प्रकृतिक सुंदरता, दुर्लभ वनस्पति तथा जीवों, हरी-भरी पहाड़ियों के लिए जाना जाता है. इस मौसम में ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियों का पानी उफान पर है. काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियों का पानी प्रवेश कर चुका है, जिससे बाघ और अन्य जानवरों पर खतरा मंडराने लगा है.

हाथियों का समूह.

बाढ़ के चलते काजीरंगा नेशनल पार्क का 80 प्रतिशत हिस्सा डूब गया है. नेशनल पार्क के डायरेक्टर पी शिवकुमार ने बताया है कि अब तक काजीरंगा नेशनल पार्क में बाढ़ से 66 जानवरों की मौत हो चुकी है और 170 जानवरों को बचाया जा चुका है.

सुरक्षित स्थान पर जाता हिरणों का समूह.

स्थानीय अधिकारियों ने कहा कि एक रॉयल बंगाल टाइगर पार्क के अगोराटोली वन रेंज के कंडोलिमारी गांव में एक ग्रामीण के बकरी शेड में घुस गया था. पार्क अधिकारियों के कहा कि बाघमरी गांव क्षेत्र में भटकी हुए दो बाघों को बाढ़ से बचाने की कोशिश की गई थी.

रास्ता पार करते हाथी.

पढ़ें-असम में बाढ़ : 27 जिलों के 33 लाख लोग प्रभावित, 24 घंटे में 9 मरे

मंगलवार की सुबह काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान के अगरतोली रेंज के सुकानी शिविर के पास से एक साल के गैंडे को बचाया गया.

गुवहाटी : असम राज्य अपनी प्रकृतिक सुंदरता, दुर्लभ वनस्पति तथा जीवों, हरी-भरी पहाड़ियों के लिए जाना जाता है. इस मौसम में ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियों का पानी उफान पर है. काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियों का पानी प्रवेश कर चुका है, जिससे बाघ और अन्य जानवरों पर खतरा मंडराने लगा है.

हाथियों का समूह.

बाढ़ के चलते काजीरंगा नेशनल पार्क का 80 प्रतिशत हिस्सा डूब गया है. नेशनल पार्क के डायरेक्टर पी शिवकुमार ने बताया है कि अब तक काजीरंगा नेशनल पार्क में बाढ़ से 66 जानवरों की मौत हो चुकी है और 170 जानवरों को बचाया जा चुका है.

सुरक्षित स्थान पर जाता हिरणों का समूह.

स्थानीय अधिकारियों ने कहा कि एक रॉयल बंगाल टाइगर पार्क के अगोराटोली वन रेंज के कंडोलिमारी गांव में एक ग्रामीण के बकरी शेड में घुस गया था. पार्क अधिकारियों के कहा कि बाघमरी गांव क्षेत्र में भटकी हुए दो बाघों को बाढ़ से बचाने की कोशिश की गई थी.

रास्ता पार करते हाथी.

पढ़ें-असम में बाढ़ : 27 जिलों के 33 लाख लोग प्रभावित, 24 घंटे में 9 मरे

मंगलवार की सुबह काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान के अगरतोली रेंज के सुकानी शिविर के पास से एक साल के गैंडे को बचाया गया.

Last Updated : Jul 15, 2020, 8:00 PM IST
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