जयपुर : राजस्थान में पिछले 17 दिन से ज्यादा का समय हो गया है, जब सियासी घटनाक्रम जबरदस्त तरीके से पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है. कांग्रेस में ही दोपहर होने के बाद एक धड़ा राजस्थान से बाहर सचिन पायलट के नेतृत्व में सरकार को बार-बार आंख दिखाता है. वहीं दूसरी तरफ राज्यपाल और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के घमासान खत्म होने के बाद अब होटल में बाड़ेबंदी पार्ट-2 शुरू हो गई है.
शुक्रवार सुबह से ही अचानक की रेगिस्तान के धोरों में पुलिस और प्रशासन की गतिविधियां तेज हो गई. उसके बाद यह बात साफ हो गई कि अब जयपुर की होटल फेयर माउंट में बाड़ेबंदी के विधायकों को जैसलमेर शिफ्ट किया जा रहा है. जिसके चलते जैसलमेर से लेकर जयपुर तक के आला अधिकारी हरकत में आ गए. सबसे पहले दोपहर के समय चार्टर प्लेन जैसलमेर पहुंचा. उससे पहले ही आम लोगों के साथ मीडिया की भी पूरी तरीके से एयरपोर्ट पर जाने पर पाबंदी लगा दी गई.
दोपहर में पहुंचे लगभग 50 विधायकों को सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम के साथ होटल ले जाया गया. उसके 2 घंटे बाद फिर से शाम करीब 6 बजे के आसपास 7 सीटर प्लेन उतरा, जिसमें राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी अविनाश पांडे सहित कई अन्य विधायक सुरक्षा के घेरे के बीच होटल के लिए रवाना हुए और उसके बाद आखिरी प्लेन करीब सात बजे के आसपास उतरा. जिसके बाद मुख्यमंत्री खुद बस में सवार होकर अपने विधायकों के साथ होटल के लिए रवाना हुए.
एयरपोर्ट से बाहर निकलने वाले विधायक जब मीडिया के कैमरे देख रहे थे, बार-बार विक्ट्री साइन बताते नजर आए. लेकिन हकीकत क्या है, इस बात का खुलासा तो विधानसभा सत्र में ही होगा. आखिर क्यों चुना गया होटल सूर्यगढ़ पैलेस? गहलोत सरकार ने अपने विधायकों की बाड़ेबंदी पार्ट-2 के लिए होटल सूर्यगढ़ को चुनने के पीछे जो वजह सामने आएगी, वह यह है कि यह होटल फेयर माउंट होटल से भी ज्यादा आलीशान है. सुरक्षा के भी चाक-चौबंद इंतजाम के साथ ही जिला मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर सुनसान जगह पर है, जहां पर इन विधायकों पर परिंदा भी पर नहीं मार सकता है.
होटल सूर्यगढ़ पैलेस पूरा किले की तरह बनाया गया है. जहां पर आमतौर पर देश के बॉलीवुड एक्टर से लेकर कई बड़े नेता और हॉलीवुड के कई अभिनेता इस होटल में रुक चुके हैं. इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि होटल में किस तरीके की व्यवस्था होगी. अचानक ही शहर में लाल बत्तियों की गाड़ियां दौड़ी तो लोग भी सन्न रह गए. जब पहला विधायकों का दल शहर से गुजरने लगा तो हर कोई चौंक गया. होटल सूर्यगढ़ जाने वाले रास्तों को पूरी तरीके से बंद कर दिया गया था, जब काफिला गुजरा तो हर कोई मोबाइल से ही वीडियो बनाता नजर आया. जब मुख्यमंत्री का काफिला निकला तो मानो ऐसा नजारा जैसलमेर के लोगों ने एक साथ इतना बड़ा काफिला पहली बार देखा हो.