नई दिल्ली : विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) ने चक्रवात अम्फान और कोरोना महामारी के संकट से निपटने को लेकर ओडिशा सरकार की प्रशंसा की है. डब्लूएचओ ने महामारी के मद्देनजर लगाए गए लॉकडाउन के बीच प्रवासियों को वापस लाने और प्रदेश में कोरोना वायरस (COVID-19) के कुशल प्रबंधन के लिए ओडिशा सरकार की प्रशंसा की है.
डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के अनुसार, ओडिशा में अब तक 828 मौतें दर्ज की गई हैं. यह अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय आंकड़ों की तुलना में सबसे कम मृत्यु दर है.
डब्लूएचओ ने अपनी वेबसाइट पर शासन से सामुदायिक लचीलेपन तक: ओडिशा का COVID-19 शीर्षक वाला लेख प्रकाशित किया. इस लेख में कोरोना से निबटने के लिए ओडिशा सरकार की प्रशंसा की गई है.
इससे पहले मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने स्वास्थ्य कर्मियों के लिए 50 लाख रुपये के वित्तीय पैकेज की भी घोषणा की थी. इसके अलावा राज्य ने यूनिसेफ और यूएनएफपीए द्वारा समर्थित कैस्केड प्रशिक्षण मॉडल के माध्यम से मिशन शक्ति के तहत स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) को प्रशिक्षित किया.
लेख में कहा गया है कि राज्य की कोरोना प्रबंधन रणनीति प्रवासियों की आमद के बावजूद भी कोरोना के मामलों की संख्या कम करने के लिए महत्वपूर्ण तरीके प्रदान करती है.
इसके अलावा, जब 15 मार्च को पहला मामला दर्ज किया गया, तो राज्य के नियंत्रण कक्षों को चालू कर दिया गया था. इसके साथ ही महामारी से निबटने की तैयारी और प्रतिक्रिया गतिविधियों पर जिला स्तर के स्वास्थ्य अधिकारियों के क्षमता निर्माण और हाथ-साफ करने के तरीकों के साथ सांस से जुड़ी समस्याओं पर जागरूकता अभियान पहले ही शुरू कर दिए गए थे.
यह भी पढ़ें-कृष्ण जन्मभूमि केस : अदालत ने खारिज की मालिकाना हक संबंधी याचिका
राज्य में 30 सितंबर तक 33,367 सक्रिय मामले हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार 1.8 लाख से अधिक कोरोना रोगी ठीक हो चुके हैं.