नई दिल्ली : राजनीतिक दृष्टिकोण से देखें तो 2019 भारत के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण वर्ष रहा. वस्तुतः भारतीय इतिहास में इस वर्ष सबसे ज्यादा राजनीतिक निर्णय लिए गए.
मोदी सरकार ने इस वर्ष कुछ बड़े फैसले लिए हैं, जिनमें पुलवामा में मारे गए 40 से अधिक सीआरपीएफ जवानों की जवाबी कार्रवाई में बालाकोट हवाई हमला, अनुच्छेद 370 व 35ए हटाना, तीन तालक को समाप्त करना और संसद के दोनों सदनों से सीएए का पारित होना शामिल हैं.
ईटीवी भारत ने आमजन से जाना चाहा कि मौजूदा सरकार के लिए क्या है उनकी राय
विक्की चौधरी ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए 2019 में मोदी सरकार के प्रदर्शन की सराहना की. उन्होंने कहा कि सरकार देश में मौजूदा समस्याओं का समाधान खोजने की कोशिश कर रही है. नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर विपक्ष पर तीखा हमला करते हुए उन्होंने कहा कि विपक्ष पूरे मामले का राजनीतिकरण कर रहा है.
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वहीं चंद्र मोहन की इस सरकार के प्रदर्शन के बारे में पूरी तरह से अलग राय है. उन्होंने सरकार पर वास्तविक मुद्दों से हटने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार युवाओं की आवाज दबाने की कोशिश कर रही है.
रवि ने अपनी राय रखते हुए कहा कि मोदी सरकार नौजवानों के लिए रोजगार के अवसर नहीं ला पाई. इसके साथ ही महगांई को भी खत्म नहीं कर पाई, जो इस सरकार से उम्मीद थी उस अपेक्षा पर सरकार खरी नहीं उतर पाई.
बलजीत ने कहा कि विपक्ष इस समय बहुत कमजोर है, उन्होंने जामिया, एएमयू और उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में पुलिस की बर्बरता की निंदा की. हालांकि उन्होंने सरकार की नीतियों में स्वच्छता अभियान और घर-घर शौचालय नीति की सराहना की है.