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लॉकडाउन के दौरान पश्चिम रेलवे ने करीब 79 हजार टन आवश्यक वस्तुओं की ढुलाई की - 336 कोविड विशेष पार्सल ट्रेनें

लॉकडाउन की अवधि के दौरान पश्चिम रेलवे ने 79,000 टन से अधिक वजन वाली आवश्यक वस्तुओं की ढुलाई की. इस परिवहन से प्राप्त आय करीब 25.20 करोड़ रुपये हैं.

पश्चिम रेलवे ने करीब 79 हजार टन आवश्यक वस्तुओं की ढुलाई की
पश्चिम रेलवे ने करीब 79 हजार टन आवश्यक वस्तुओं की ढुलाई की
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Published : Jul 20, 2020, 10:32 AM IST

मुंबई : पश्चिम रेलवे ने बताया कि उसकी स्पेशल पार्सल गाड़ियों ने 23 मार्च से 18 जुलाई तक 79,000 टन से अधिक वजन वाली आवश्यक वस्तुओं की ढुलाई की.

पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुमित ठाकुर ने बताया कि इस ढुलाई में मुख्य रूप से कृषि उपज, दवाएं, मछली और दूध शामिल हैं. इस परिवहन से प्राप्त आय करीब 25.20 करोड़ रुपये हैं.

उन्होंने कहा कि इस अवधि के दौरान पश्चिम रेलवे ने दूध के लिए 60 विशेष रेलगाड़ियां चलाई गईं जिसमें 45,000 टन से अधिक दूध को ढोया गया. इसमें वैगनों का 100 प्रतिशत इस्तेमाल किया गया जिससे 7.80 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ.

ठाकुर ने कहा कि विभिन्न आवश्यक वस्तुओं के परिवहन के लिए 336 कोविड विशेष पार्सल ट्रेनें चलाई गईं जिन्होंने 29,000 टन से अधिक सामान की ढुलाई की. इससे हमें 14.82 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ.

बयान में कहा गया है कि 22 मार्च से 18 जुलाई तक लॉकडाउन की अवधि के दौरान कुल 9,536 मालवाहक गाड़ियों का उपयोग पश्चिम रेलवे ने आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए किया गया है.

पढ़ें: एम्स में कोवैक्सीन का मानव परीक्षण, आज से शुरू होगा पंजीयन

उन्होंने कहा कि 18,680 मालवाहक ट्रेनों को अन्य जोनल रेलवे के साथ इंटरचेंज किया गया है, जिसमें 9323 ट्रेनों को सौंपा गया और 9357 ट्रेनों को अलग-अलग इंटरचेंज पॉइंट पर ले जाया गया.

मुंबई : पश्चिम रेलवे ने बताया कि उसकी स्पेशल पार्सल गाड़ियों ने 23 मार्च से 18 जुलाई तक 79,000 टन से अधिक वजन वाली आवश्यक वस्तुओं की ढुलाई की.

पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुमित ठाकुर ने बताया कि इस ढुलाई में मुख्य रूप से कृषि उपज, दवाएं, मछली और दूध शामिल हैं. इस परिवहन से प्राप्त आय करीब 25.20 करोड़ रुपये हैं.

उन्होंने कहा कि इस अवधि के दौरान पश्चिम रेलवे ने दूध के लिए 60 विशेष रेलगाड़ियां चलाई गईं जिसमें 45,000 टन से अधिक दूध को ढोया गया. इसमें वैगनों का 100 प्रतिशत इस्तेमाल किया गया जिससे 7.80 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ.

ठाकुर ने कहा कि विभिन्न आवश्यक वस्तुओं के परिवहन के लिए 336 कोविड विशेष पार्सल ट्रेनें चलाई गईं जिन्होंने 29,000 टन से अधिक सामान की ढुलाई की. इससे हमें 14.82 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ.

बयान में कहा गया है कि 22 मार्च से 18 जुलाई तक लॉकडाउन की अवधि के दौरान कुल 9,536 मालवाहक गाड़ियों का उपयोग पश्चिम रेलवे ने आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए किया गया है.

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उन्होंने कहा कि 18,680 मालवाहक ट्रेनों को अन्य जोनल रेलवे के साथ इंटरचेंज किया गया है, जिसमें 9323 ट्रेनों को सौंपा गया और 9357 ट्रेनों को अलग-अलग इंटरचेंज पॉइंट पर ले जाया गया.

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