वॉशिंगटन : भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद तनाव बढ़ गया है. इस बीच रक्षा विशेषज्ञों ने भारतीय राजनयिक और अन्य सहयोगियों के साथ सैन्य संबंधों विशेष रूप से समुद्री संबंधों को मजबूत करने के लिए एक वेबिनार का आयोजन किया.
अमेरिकी थिंक टैंक हडसन इंस्टीट्यूट द्वारा आयोजित वेबिनार में विशेषज्ञों ने हालिया भारत-चीन झड़प को लेकर चर्चा की. उन्होंने इस पर बातचीत की कि कैसे चीन ने इस घटना से वैश्विक तौर पर खुद को मजबूत करने का प्रयास किया.
हडसन इंस्टीट्यूट के एशिया-प्रशांत सुरक्षा चेयरमैन पैट्रिक एम क्रोनिन का मानना है कि या तो चीन कोविड-19 महामारी का लाभ उठा रहा है या राष्ट्रपति शी जिंनपिंग आगामी चुनाव में देश के भीतर अपनी कमजोर होती पकड़ को मजबूत करने के लिए काम कर रहे हैं.
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उन्होंने आगे कहा कि चीन को अवसर की समझ है और वह जानते हैं कि यह सीमित है. चीन इस अवसर का लाभ उठाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा. वह आपदा को अवसर बनाने की पूरी कोशिश में जुटा हुआ है.
विशेषज्ञों का यह मानना है कि इस महत्वपूर्ण मोड़ पर भारत को लोकतांत्रिक देशों के साथ हाथ मिलाने की जरूरत है, जिससे उसका सैन्य गठबंधन और अधिक मजबूत हो सके.