चंबा : जाको राखे साइयां मार सके ना कोय. ये पंक्तियां अपने घर से ननिहाल के लिए निकले इन चार बच्चों पर सटीक बैठती दिखी. हिमांचल प्रदेश के चंबा में अचानक खड्ड का जलस्तर काफी बढ़ गया और बच्चे जल स्तर के प्रवाह में बहने लगे. बच्चों की आवाज सुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे और बच्चों को सुरक्षित खड्ड से निकाल लिया गया.
घटना बुधवार दोपहर डेढ़ बजे के करीब की है. बच्चों की उम्र 10 से 12 वर्ष के बीच बताई जा रही है. बनेट पंचायत के कुट तलाई निवासी अंजना, विनोद, निखिल व वरूण नाम के चार बच्चे कुडी पंचायत में अपने ननिहाल के लिए वाया अवांह पंचायत होकर दोपहर एक बजे निकले. अवांह पंचायत स्थित होबारड़ी खड्ड में पानी कम होने के कारण बच्चे खड्ड को पार करने लगे. जैसे ही बच्चे पानी के बीच पहुंचे, अचानक खड्ड का बहाव बढ़ गया. इसमें एक बच्ची पानी के बहाव में कुछ मीटर तक बह गई.
पानी के तेज बहाव ने बच्ची को किनारे पर पटक दिया जबकि दो बच्चे पानी के बहाव को देख किनारे की तरफ दौड़ गए. एक बच्चा पानी के बीच बहाव में फंस गया. बच्चे ने पत्थर को पकड़कर पानी के बहाव में बचने का प्रयास किया. वहीं दूसरे बच्चों ने मदद के लिए जोर-जोर से चिल्लाना शुरू कर दिया.
बच्चों की आवाज को सुनकर आस पास के लोग वहां पहुंच गए. लोगों ने रस्सी के सहारे सबसे पहले पानी के बीच में फंसे बच्चे को सुरक्षित बाहर निकाला. इसके बाद एक किनारे से दूसरे किनारे पर रस्सी बांधकर ग्रामीण खड्ड के पानी के भीतर चेन बनाकर खड़े हो गए. इसी चेन के जरिए किनारे पर फंसे अन्य बच्चों को दूसरे किनारे तक सुरक्षित पहुंचाया.
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अगर समय रहते ग्रामीण बच्चों की मदद को वहां नहीं पहुंचते तो शायद कोई भी अनहोनी घटना घटित हो सकती थी. खड्ड में पानी की जलस्तर धीरे-धीरे ओर बढ़ रहा था. जिसमें बच्चे बह भी सकते थे, लेकिन ग्रामीणों ने चुस्ती से कार्य करते हुए सभी बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया. इस तरह एक अनहोनी घटना होते-होते टल गई.
बता दें कि हिमाचल में कई जगहों पर खासकर जहां पुलों की समस्या है वहीं लोगों के फंसने की घटनाएं सामने आती रहती हैं. कई बार बरसात के मौसम में नदियों या खड्डों का जलस्तर इतना बढ़ जाता है कि गाड़ियां भी पानी के तेज बहाव में फंस जाती हैं.