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आठ साल की उम्र में ऐसी असाधारण प्रतिभा देख दंग हैं लोग

आठ वर्षीय इस बच्ची के पास कुछ असाधारण प्रतिभाएं हैं. इसी के चलते एक नहीं दो बार इस बच्ची ने चैंपियन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में अपाना नाम दर्ज कराया है. जानें कैसे...

मुनांगी हसिनी
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Published : Sep 4, 2019, 1:17 PM IST

Updated : Sep 29, 2019, 9:59 AM IST

विजयवाड़ाः अगर हमसे कोई पूछता है कि किसी महीने के हफ्ते की किसी तीरख को कौन सा दिन होगा तो शायद हम उसका जवाब नहीं दे पाएंगे. लेकिन अगर आप ऐसा ही सवाल आठ वर्षीय मुनांगी हसिनी से पुछे तो वह तुरंत जवाब दे देगी.

मुनांगी, जो आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा की रहने वाली हैं, उन्होंने अपनी असाधारण स्मृति के लिए कई पुरस्कार जीते हैं. मुनांगी ने गणित में असाधारण बुद्धि का प्रदर्शन किया था, जिसके चलते वह चैंपियन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स तक पहुंची थी. आपको बता दें, मुनांगी गणित के मैजिक स्कवैर को बिना बोर्ड को देखे मिनटों में हल कर लेती हैं.

चैंपियन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में शामिल मुनांगी हसिनी

पढ़ें-बाल यौन शोषणः खो रही है मानवता

मुनांगी को उनके 'भारतीय महिला' पर भाषण के लिए सम्मीनित भी किया गया है. गौरतलब है कि विजयवाड़ा राजकीय संगीत महाविद्यालय द्वारा आयोजित एक प्रतियोगिता को जीतकर मुनांगी दूसरी बार चैंपियन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में शामिल हो गईं.

स्थानीय विधायक मल्लड़ी विश्नू ने मुनांगी को चैंपियन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स स्मृति चिन्ह देकर साम्मानित किया और कहा कि सरकार इस तरह की प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करती है. साथ ही मुनांगी हसिनी को उनके भविष्य के लिए मदद भी प्रदान करने की बात कही.

विजयवाड़ाः अगर हमसे कोई पूछता है कि किसी महीने के हफ्ते की किसी तीरख को कौन सा दिन होगा तो शायद हम उसका जवाब नहीं दे पाएंगे. लेकिन अगर आप ऐसा ही सवाल आठ वर्षीय मुनांगी हसिनी से पुछे तो वह तुरंत जवाब दे देगी.

मुनांगी, जो आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा की रहने वाली हैं, उन्होंने अपनी असाधारण स्मृति के लिए कई पुरस्कार जीते हैं. मुनांगी ने गणित में असाधारण बुद्धि का प्रदर्शन किया था, जिसके चलते वह चैंपियन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स तक पहुंची थी. आपको बता दें, मुनांगी गणित के मैजिक स्कवैर को बिना बोर्ड को देखे मिनटों में हल कर लेती हैं.

चैंपियन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में शामिल मुनांगी हसिनी

पढ़ें-बाल यौन शोषणः खो रही है मानवता

मुनांगी को उनके 'भारतीय महिला' पर भाषण के लिए सम्मीनित भी किया गया है. गौरतलब है कि विजयवाड़ा राजकीय संगीत महाविद्यालय द्वारा आयोजित एक प्रतियोगिता को जीतकर मुनांगी दूसरी बार चैंपियन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में शामिल हो गईं.

स्थानीय विधायक मल्लड़ी विश्नू ने मुनांगी को चैंपियन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स स्मृति चिन्ह देकर साम्मानित किया और कहा कि सरकार इस तरह की प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करती है. साथ ही मुनांगी हसिनी को उनके भविष्य के लिए मदद भी प्रदान करने की बात कही.

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CHILD PRODIGY’S WORLD RECORD   



If someone caught us unawares and asked which day of the week is certain date in a certain month, we would be baffled. But, if you ask what day of the week some random date among two hundred different years is, this eight-year-old girl answers rather quickly.



Munnangi Hasini, who hails from Vijayawada has bagged several awards for her extraordinary memory. In the past, she has exhibited uncommon intelligence in Mathematics and made it to Champion Book of World Records. Not content with her achievements, she put more efforts to solve the Magic Square, a square divided into smaller squares each containing a number such that the numbers in vertical, horizontal and diagonal rows add up to same value. She solves it within minutes that too without looking at the board.



Besides, she won accolades for her speech about “Indian Woman”. She has recently made it to the Champion Book of World Records for the second time by winning a competition conducted in Vijayawada Government Music College. The concerned authority, Mr. Pattabhi has made this announcement. Munnagi Hasini received the Champion Book of World Records memento from the local MLA Malladi Vishnu. He stated that the government encourages such child prodigies and that they would assist Hasini in her future endeavours.










Conclusion:
Last Updated : Sep 29, 2019, 9:59 AM IST
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