देहरादून : कोरना काल में जहां एक तरफ डर से लोगों की सांसें अटकी हुई हैं, वहीं दूसरी तरफ उत्तराखंड के टिहरी का एक युवा सांसों से संगीत का संसार बसा रहा है. विजय तिवारी नाम के इस युवक की खासियत यह है कि वह अपने मुंह से कई वाद्य यंत्रों की आवाज निकाल सकते हैं. इसे बीट बॉक्सिंग भी कहते हैं.
इस कलाकार की सोच यह है कि अगर युवा इस विधा को सीखें तो स्वरोजगार और पर्यटन के क्षेत्र में बेहतर कार्य कर सकते हैं.
कोरोना काल में टिहरी का युवा विजय तिवारी अपनी अनोखी कला से डर और भविष्य की चिंता में डूबे लोगों का मनोरंजन कर रहा है. कलाकार मुंह, गले व जीभ के तालमेल से कई वाद्य यंत्रों की आवाज निकाल सकते हैं. इसमें गिटार, ड्रम कांगो जैसे उपकरणों की आवाज निकाली जा सकती है.
विजय आठ साल की उम्र से ही बीट बॉक्सिंग कर रहे हैं. विजय बताते हैं उनके पिता जीत दीवानी सेना बैंड में थे. बचपन में वह उन्हें प्रस्तुति के दौरान देखा करते थे. मगर उस समय उनके पास उतने पैसे नहीं थे कि वह महंगे वाद्य यंत्रों को खरीद सकें.
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आठ साल की उम्र में ही उन्होंने टीवी चैनल के किसी शो पर एक विदेशी कलाकार को मुंह से वाद्य यंत्रों की आवाज निकालते देखा. तब से यह विधा उनके जहन में बस गई, जिसके बाद उन्होंने इसके बारे में जानने और सीखने के लिए यूट्यूब और कई कलाकारों को देखा.
कई वर्षों तक बीट बॉक्सिंग की प्रेक्टिस करने के बाद आज विजय तिवारी इस विधा में महारत हासिल कर चुके हैं. आज वह किसी भी तरह का संगीत यंत्र की आवाज मुंह से निकाल लेते हैं. विजय साल 2014 में इंडिया गॉट टैलेंट में भी अपनी प्रतिभा का जलवा दिखा चुके हैं. भविष्य में विजय दिल्ली में प्राइवेट नौकरी करने के बाद अब इसी विधा में काम करने की योजना बना रहे हैं.