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शशि थरूर व नंदकिशोर आचार्य समेत 23 को साहित्य अकादमी पुरस्कार

वर्ष 2019 के लिए प्रतिष्ठित साहित्य अकादमी पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई है. जिसमें 23 भारतीय भाषाओं के रचनाकारों को इस पुरस्कार से नवाजा जाएगा. अंग्रेजी भाषा में योगदान के लिए सांसद डॉ. शशि थरूर को यह पुरस्कार दिया जाएगा.

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थरूर समेत 23 अन्य को साहित्य अकादमी पुरस्कार
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Published : Dec 18, 2019, 8:29 PM IST

Updated : Dec 18, 2019, 10:42 PM IST

नई दिल्ली : साहित्य अकादमी ने 23 भारतीय भाषाओं के रचनाकारों को वर्ष 2019 का प्रतिष्ठित साहित्य अकादमी पुरस्कार देने की घोषणा की है. इनमें हिन्दी के लिए नंदकिशोर आचार्य, अंग्रेजी के लिए सांसद डॉ शशि थरूर, उर्दू के लिए प्रो. शाफे किदवई और पंजाबी भाषा के लिए किरपाल कजाक को भी यह पुरस्कार दिया जाएगा.

साहित्य अकादमी के सचिव के. श्रीनिवासराव ने एक बयान में बताया कि सात कविता-संग्रह, चार उपन्यास, छह कहानी-संग्रह, तीन निबंध संग्रह, एक-एक कथेतर गद्य, आत्मकथा और जीवनी के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार घोषित किए गए हैं.

उन्होंने बताया कि पुरस्कारों की अनुशंसा 23 भारतीय भाषाओं की निर्णायक समितियों द्वारा की गई.

इसके साथ ही साहित्य अकादमी के अध्यक्ष डॉ. चंद्रशेखर कंबार की अध्यक्षता में आयोजित कार्यकारी मंडल की बैठक में बुधवार को इन्हें अनुमोदित किया गया.

श्रीनिवास राव ने बताया कि अंग्रेजी में कथेतर गद्य 'एन एरा ऑफ डार्कंनेस' के लिए थरूर को साहित्य अकादमी पुरस्कार से नवाजा जाएगा.

साहित्य अकादमी पुरस्कार के लिए चयन पर आभार जताते शशि थरूर.

बता दें शशि थरूर कांग्रेस नेता हैं और केरल की तिरुवनंतपुरम सीट से लोकसभा सदस्य हैं.

राव ने बताया कि हिन्दी में नंदकिशोर आचार्य को उनके कविता संग्रह 'छीलते हुए अपने को' के लिए प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा.

राव के मुताबिक, 'सवनेह-सर सैयद' : एक बाज़दीद (जीवनी) के लिए किदवई को पुरस्कृत किया जाएगा.

इसके अलावा, असमिया में जयश्री गोस्वामी महंत को 'चाणक्य' (उपन्यास), मणिपुरी में बेरिल थंगा (एल. बिरमंगल सिंह) को 'ई अमादी अदुनगीगी ईठत' (उपन्यास), तमिल में चो. धर्मन को 'सूल' (उपन्यास), और तेलुगु में बंदि नारायणा स्वामी को 'सेप्ताभूमि' (उपन्यास) के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार दिया जाएगा.

श्रीनिवासराव ने कहा कि बोडो में फुकन चन्द्र बसुमतारी को 'आखाइ आथुमनिफ्राय' (कविता), कोंकणी में निलबा आ. खांडेकार को 'ध वर्डस्' (कविता), मैथिली में कुमार मनीष अरविन्द को 'जिनगीक ओरिआओन करैत' (कविता), मलयालम में वी. मधुसूदनन नायर को 'अचन पिरन्ना वीदु' (कविता), मराठी में अनुराधा पाटील को 'कदाचित अजूनही' (कविता), संस्कृत में पेन्ना-मधुसूदनः को 'प्रज्ञाचाक्षुषम्' (कविता) के लिए प्रतिष्ठित साहित्य अकादमी पुरस्कार प्रदान किया जाएगा.

पढ़ें : समाज में उत्कृष्ट योगदान के लिए राष्ट्रपति ने दिया CSR अवॉर्ड

उन्होंने बताया कि कहानी संग्रह के लिए अब्दुल अहद हाज़िनी (कश्मीरी) को 'अख़ याद अख़ कयामत', तरुण कांति मिश्र (ओड़िया) को 'भास्वती', किरपाल कज़ाक (पंजाबी) को 'अंतहीन', रामस्वरूप किसान (राजस्थानी) को 'बारीक बात', काली चरण हेम्ब्रम(संथाली) को 'सिसिरजली', ईश्वर मूरजाणी (सिंधी) को 'जीजल' के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा.

सचिव के मुताबिक, बाड्ला में 'घुमेर दरजा थेले' (निबंध) के लिए चिन्मय गुहा को, डोगरी में 'बंदरालता दर्पण' (निबंध) के लिए ओम शर्मा 'जन्द्रयाड़ी' को, गुजराती में 'मोजमा रे वुं रे' (निबंध) के लिए रतिलाल बोरीसागर को इस साल का साहित्य अकादमी पुरस्कार दिया जाएगा.

उन्होंने बताया कि कन्नड़ में विजया को 'कुड़ी एसारू' (आत्मकथा) के लिए प्रतिष्ठित पुरस्कार दिया जाएगा.

श्रीनिवासराव ने बताया, इन पुस्तकों को संबंधित भाषा के त्रिसदस्यीय निर्णायक मंडल ने निर्धारित चयन-प्रक्रिया का पालन करते हुए पुरस्कार के लिए चुना है.

नियमानुसार कार्यकारी मंडल ने निर्णायकों के बहुमत के आधार पर अथवा सर्वसम्मति के आधार पर चयनित पुस्तकों के लिए आज पुरस्कारों की घोषणा की है.

उन्होंने कहा कि पुरस्कार एक जनवरी 2013 से 31 दिसम्बर 2017 के दौरान पहली बार प्रकाशित पुस्तकों को दिया गया है.

साहित्य अकादमी पुरस्कार के रूप में एक उत्कीर्ण ताम्रफलक, शॉल और एक लाख रुपये की राशि प्रदान करेगी. घोषित पुरस्कार 25 फरवरी 2020 को दिल्ली में आयोजित एक विशेष समारोह (साहित्योत्सव) में दिए जाएंगे.

नई दिल्ली : साहित्य अकादमी ने 23 भारतीय भाषाओं के रचनाकारों को वर्ष 2019 का प्रतिष्ठित साहित्य अकादमी पुरस्कार देने की घोषणा की है. इनमें हिन्दी के लिए नंदकिशोर आचार्य, अंग्रेजी के लिए सांसद डॉ शशि थरूर, उर्दू के लिए प्रो. शाफे किदवई और पंजाबी भाषा के लिए किरपाल कजाक को भी यह पुरस्कार दिया जाएगा.

साहित्य अकादमी के सचिव के. श्रीनिवासराव ने एक बयान में बताया कि सात कविता-संग्रह, चार उपन्यास, छह कहानी-संग्रह, तीन निबंध संग्रह, एक-एक कथेतर गद्य, आत्मकथा और जीवनी के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार घोषित किए गए हैं.

उन्होंने बताया कि पुरस्कारों की अनुशंसा 23 भारतीय भाषाओं की निर्णायक समितियों द्वारा की गई.

इसके साथ ही साहित्य अकादमी के अध्यक्ष डॉ. चंद्रशेखर कंबार की अध्यक्षता में आयोजित कार्यकारी मंडल की बैठक में बुधवार को इन्हें अनुमोदित किया गया.

श्रीनिवास राव ने बताया कि अंग्रेजी में कथेतर गद्य 'एन एरा ऑफ डार्कंनेस' के लिए थरूर को साहित्य अकादमी पुरस्कार से नवाजा जाएगा.

साहित्य अकादमी पुरस्कार के लिए चयन पर आभार जताते शशि थरूर.

बता दें शशि थरूर कांग्रेस नेता हैं और केरल की तिरुवनंतपुरम सीट से लोकसभा सदस्य हैं.

राव ने बताया कि हिन्दी में नंदकिशोर आचार्य को उनके कविता संग्रह 'छीलते हुए अपने को' के लिए प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा.

राव के मुताबिक, 'सवनेह-सर सैयद' : एक बाज़दीद (जीवनी) के लिए किदवई को पुरस्कृत किया जाएगा.

इसके अलावा, असमिया में जयश्री गोस्वामी महंत को 'चाणक्य' (उपन्यास), मणिपुरी में बेरिल थंगा (एल. बिरमंगल सिंह) को 'ई अमादी अदुनगीगी ईठत' (उपन्यास), तमिल में चो. धर्मन को 'सूल' (उपन्यास), और तेलुगु में बंदि नारायणा स्वामी को 'सेप्ताभूमि' (उपन्यास) के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार दिया जाएगा.

श्रीनिवासराव ने कहा कि बोडो में फुकन चन्द्र बसुमतारी को 'आखाइ आथुमनिफ्राय' (कविता), कोंकणी में निलबा आ. खांडेकार को 'ध वर्डस्' (कविता), मैथिली में कुमार मनीष अरविन्द को 'जिनगीक ओरिआओन करैत' (कविता), मलयालम में वी. मधुसूदनन नायर को 'अचन पिरन्ना वीदु' (कविता), मराठी में अनुराधा पाटील को 'कदाचित अजूनही' (कविता), संस्कृत में पेन्ना-मधुसूदनः को 'प्रज्ञाचाक्षुषम्' (कविता) के लिए प्रतिष्ठित साहित्य अकादमी पुरस्कार प्रदान किया जाएगा.

पढ़ें : समाज में उत्कृष्ट योगदान के लिए राष्ट्रपति ने दिया CSR अवॉर्ड

उन्होंने बताया कि कहानी संग्रह के लिए अब्दुल अहद हाज़िनी (कश्मीरी) को 'अख़ याद अख़ कयामत', तरुण कांति मिश्र (ओड़िया) को 'भास्वती', किरपाल कज़ाक (पंजाबी) को 'अंतहीन', रामस्वरूप किसान (राजस्थानी) को 'बारीक बात', काली चरण हेम्ब्रम(संथाली) को 'सिसिरजली', ईश्वर मूरजाणी (सिंधी) को 'जीजल' के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा.

सचिव के मुताबिक, बाड्ला में 'घुमेर दरजा थेले' (निबंध) के लिए चिन्मय गुहा को, डोगरी में 'बंदरालता दर्पण' (निबंध) के लिए ओम शर्मा 'जन्द्रयाड़ी' को, गुजराती में 'मोजमा रे वुं रे' (निबंध) के लिए रतिलाल बोरीसागर को इस साल का साहित्य अकादमी पुरस्कार दिया जाएगा.

उन्होंने बताया कि कन्नड़ में विजया को 'कुड़ी एसारू' (आत्मकथा) के लिए प्रतिष्ठित पुरस्कार दिया जाएगा.

श्रीनिवासराव ने बताया, इन पुस्तकों को संबंधित भाषा के त्रिसदस्यीय निर्णायक मंडल ने निर्धारित चयन-प्रक्रिया का पालन करते हुए पुरस्कार के लिए चुना है.

नियमानुसार कार्यकारी मंडल ने निर्णायकों के बहुमत के आधार पर अथवा सर्वसम्मति के आधार पर चयनित पुस्तकों के लिए आज पुरस्कारों की घोषणा की है.

उन्होंने कहा कि पुरस्कार एक जनवरी 2013 से 31 दिसम्बर 2017 के दौरान पहली बार प्रकाशित पुस्तकों को दिया गया है.

साहित्य अकादमी पुरस्कार के रूप में एक उत्कीर्ण ताम्रफलक, शॉल और एक लाख रुपये की राशि प्रदान करेगी. घोषित पुरस्कार 25 फरवरी 2020 को दिल्ली में आयोजित एक विशेष समारोह (साहित्योत्सव) में दिए जाएंगे.

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V Madhusoodanan Nair, Shashi Tharoor bag Kendra Sahitya Akademi Award



Poet V Madhusoodanan Nair has been selected for this year’s Kendra Sahitya Akademi Award in Malayalam category for his collection of poetry titled ‘Achan Piranna Veedu’. MP Shashi Tharoor’s non-fiction book ‘An Era of Darkness’ was selected for the award in English category.



The award comprises of a purse of Rs 1 lakh, a plaque and a felicitation letter. The awards will be presented at a function to be held at Delhi on February 25 in connection with Sahitya Akademi Festival of Letters.




Conclusion:
Last Updated : Dec 18, 2019, 10:42 PM IST
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