वॉशिंगटन: भारत और पाकिस्तान में बढ़े हुए तनाव के बीच अमेरिका भारत के साथ कैलिफोर्निया में बृहस्पतिवार को टू प्लस टू (2+2) वार्ता से संबंधित बैठक करने जा रहा है.
विदेश मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि इस बैठक का मकसद रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करना है.
मंत्रालय ने कहा कि इस बैठक के दौरान दोनों पक्ष मुक्त और खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र के साझे उद्देश्य पर चर्चा के साथ ही अहम राजनयिक तथा सुरक्षा प्राथमिकताओं पर सहयोग बढ़ाने पर चर्चा करेंगे. साथ ही दोनों देशों के बीच मंत्री स्तर की अगली टू प्लस टू बैठक की तैयारियों की समीक्षा की जाएगी.
अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व दक्षिण एवं मध्य एशिया मामलों की कार्यकारी सहायक विदेश मंत्री एलिस वेल्स और हिंद-प्रशांत मामलों के सहायक रक्षा मंत्री रेंडल स्कराइवर संयुक्त तौर पर करेंगे.
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गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे को खत्म करने की भारत की घोषणा के बाद पहली बार शीर्ष स्तर पर हुए संवाद के तहत सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से टेलीफोन पर वार्ता की.
वार्ता में प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकवाद एवं हिंसा मुक्त माहौल बनाने के महत्व को रेखांकित किया और सीमापार आतंकवाद पर हर हाल में रोक लगाने को कहा. प्रधानमंत्री ने गरीबी, निरक्षरता एवं रोगों के खिलाफ इस संघर्ष में साथ देने वाले किसी भी देश के साथ सहयोग करने के भारत के संकल्प को दोहराया.
बातचीत के दौरान मोदी ने जून में जी -20 के मौके पर ओसाका में ट्रंप के साथ अपनी मुलाकात का भी जिक्र किया
क्या है 2+2 वार्ता
2+2 वार्ता में दोनों देशों के बीच सुरक्षा और राजनीतिक मुद्दों पर वार्षिक परामर्श का प्रावधान है. इसे 2+2 इस लिए कहा जाता है क्योंकि दोनो देशों से दो-दो मंत्रियों को नियुक्त किया जाता है जो रणनीतिक और सुरक्षा के मुद्दों पर चर्चा करते हैं.
जानकारी के लिए बता दें कि भारत और अमेरिका के बीच पहली 2+2 वार्ता सितंबर 2018 में हुई थी. वार्ता तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, तत्कालीन रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और अमेरिकी विदेश मंत्री माइकल आर पोम्पियो और रक्षा सचिव जेम्स मैटिस के बीच हुई थी.