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जानें क्यों दो धड़ों में बंटे शाहीन बाग के प्रदर्शनकारी - शाहीन बाग में महमूद पराचा का विरोध

दिल्ली के शाहीनबाग में जब सुप्रीम कोर्ट के वकील महमूद पराचा पहुंचे तो वहां के प्रदर्शनकारी दो धड़ों में बंट गए. एक धड़ा उनके आने का विरोध कर रहा था तो वहीं दूसरे धड़े ने उनका बचाव किया. पढ़ें विस्तार से....

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सुप्रीम कोर्ट के वकील महमूद पराचा
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Published : Feb 18, 2020, 7:35 PM IST

Updated : Mar 1, 2020, 6:31 PM IST

नई दिल्ली : नागरिकता संशोधन कानून के विरोध प्रदर्शन का केंद्र बिन्दु बने दिल्ली के शाहीन बाग में आज सुप्रीम कोर्ट के वकील महमूद पराचा पहुंचे तो यहां प्रदर्शनकारी दो गुटों में बंट गए. एक तरफ जहां प्रदर्शनकारियों ने उनके आने का विरोध किया तो वहीं दूसरी तरफ उन्हें बचाने का प्रयास किया.

शाहीन बाग पर मौजूद एक प्रदर्शनकारी ने इस दौरान कहा कि जब-जब प्रदर्शन स्थल पर परेशानी होती थी तब महमूद पराचा कभी नहीं पहुंचे. हालांकि महमूद प्राचा के साथ आए वकील ने कहा कि वह सीएए के विरोध में जब भी शाहीन बाग पर पुलिस या न्यायालय द्वारा कार्रवाई हुई तब पराचा द्वारा ही कानूनी कर मामले को संभाला है.

जानकारी देते संवाददात

एक अन्य प्रदर्शनकारी ने कहा कि शाहीन बाग की दादी मां ही हमारी प्रमुख लीडर हैं जो इस पर फैसला करेंगी . उन्होंने महमूद पराचा से उन्होंने अभी तक शाहीन बाग की तरफ से किसी भी तरह से कानूनी मदद नहीं मांगी है.

महमूद पराचा से बातचीत

पढ़ें- जामिया हिंसा : दिल्ली पुलिस की चार्जशीट में शरजील इमाम का नाम शामिल

बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ शाहीन बाग पर पिछले 65 दिनों से प्रदर्शन चल रहा है. सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने दो वार्ताकारों को नियुक्त किया है जो शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों से बात कर वहां स्थित 13-A रोड को खाली करवाने का प्रयास करेंगे.

नई दिल्ली : नागरिकता संशोधन कानून के विरोध प्रदर्शन का केंद्र बिन्दु बने दिल्ली के शाहीन बाग में आज सुप्रीम कोर्ट के वकील महमूद पराचा पहुंचे तो यहां प्रदर्शनकारी दो गुटों में बंट गए. एक तरफ जहां प्रदर्शनकारियों ने उनके आने का विरोध किया तो वहीं दूसरी तरफ उन्हें बचाने का प्रयास किया.

शाहीन बाग पर मौजूद एक प्रदर्शनकारी ने इस दौरान कहा कि जब-जब प्रदर्शन स्थल पर परेशानी होती थी तब महमूद पराचा कभी नहीं पहुंचे. हालांकि महमूद प्राचा के साथ आए वकील ने कहा कि वह सीएए के विरोध में जब भी शाहीन बाग पर पुलिस या न्यायालय द्वारा कार्रवाई हुई तब पराचा द्वारा ही कानूनी कर मामले को संभाला है.

जानकारी देते संवाददात

एक अन्य प्रदर्शनकारी ने कहा कि शाहीन बाग की दादी मां ही हमारी प्रमुख लीडर हैं जो इस पर फैसला करेंगी . उन्होंने महमूद पराचा से उन्होंने अभी तक शाहीन बाग की तरफ से किसी भी तरह से कानूनी मदद नहीं मांगी है.

महमूद पराचा से बातचीत

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बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ शाहीन बाग पर पिछले 65 दिनों से प्रदर्शन चल रहा है. सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने दो वार्ताकारों को नियुक्त किया है जो शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों से बात कर वहां स्थित 13-A रोड को खाली करवाने का प्रयास करेंगे.

Last Updated : Mar 1, 2020, 6:31 PM IST
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