हैदराबाद : जैसे ही धीरे-धीरे पर्यटन दुनियाभर में फिर से बढ़ने लगा, विश्व पर्यटन संगठन (यूएनडब्ल्यूटीओ) ने पर्यटन क्षेत्र पर पड़े कोरोना के प्रभाव को मापने वाला नया डेटा जारी किया है. यूएनडब्ल्यूटीओ ने यात्रा पर प्रतिबंध हटाने के कारण सुरक्षा और संरक्षण की आवश्यकता पर जोर दिया है. संगठन ने पर्यटन का समर्थन करने के लिए विश्वसनीय प्रतिबद्धता की आवश्यकता को भी दोहराया है.
यूएनडब्ल्यूटीओ वर्ल्ड टूरिज्म बैरोमीटर ने बताया कि कई महीनों के अभूतपूर्व व्यवधान के बाद पर्यटन को कुछ क्षेत्र में फिर से शुरू किया जा रहा है. इसके साथ ही अधिकांश वैश्विक गंतव्यों में यात्रा पर प्रतिबंध जारी है और पर्यटन सभी क्षेत्रों में सबसे बुरी तरह से प्रभावित है.
इन हालातों में यूएनडब्ल्यूटीओ ने पर्यटन को समर्थन देने के लिए सरकारों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों से आग्रह करते हुए कहा है कि यह कई लाख लोगों के लिए एक जीवन रेखा और अर्थव्यवस्थाओं की रीढ़ है.
इसके लिए सरकारों द्वारा पेश किए जा रहे उपायों में जिम्मेदारी के साथ कुछ देशों में प्रतिबंधों को हटाना, यात्रा गलियारों का निर्माण, कुछ अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की बहाली, सुरक्षा और स्वच्छता प्रोटोकॉल शामिल हैं.
यूएनडब्ल्यूटीओ के महासचिव जुरब पोलोलिकाश्विली ने कहा कि पर्यटकों की संख्या में अचानक और भारी गिरावट से नौकरियों और अर्थव्यवस्थाओं को खतरा है. इसलिए यह जरूरी है कि स्वास्थ्य और सुरक्षा के साथ पर्यटन को फिर से शुरू किया जाए.
उन्होंने कहा कि जब तक हर जगह पर्यटन की शुरुआत हो, तब तक इस क्षेत्र में यूएनडब्ल्यूटीओ नौकरियों और व्यवसायों की सुरक्षा के लिए आग्रह करता है.
इसलिए हम आर्थिक रूप से पर्यटन का समर्थन देने और बचाने के लिए फ्रांस और स्पेन सहित यूरोपीय संघ और अन्य देशों दोनों द्वारा उठाए गए कदमों का स्वागत करते हैं.
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उन्होंने कहा कि ईस्टर की छुट्टियों के कारण अप्रैल का सबसे व्यस्त समय होने की उम्मीद थी, लेकिन यात्रा प्रतिबंधों के कारण अंतरराष्ट्रीय पर्यटक आगमन में 97 प्रतिशत की गिरावट आई है. जबकि मार्च में यह गिरावट 55 फीसदी थी.
वर्लड टयूरिज्म संगठन के मुताबिक, अप्रैल 2020 में अंतरराष्ट्रीय पर्यटन में 44 फीसद की गिरावट आई है, जिससे अंतरराष्ट्रीय पर्यटन में लगभग 195 बिलियन अमेरिकी डॉलर का नुकसान हुआ है.