मुंबई/अमरावती: महाराष्ट्र के अमरावती के कौल खेडा बाजार में एक अनूठा जिला परिषद हाई स्कूल है. दरअसल, इस स्कूल का निर्माण एक रेलगाड़ी की तरह किया गया है. यहां आने वाले बच्चे इसे प्लेटफॉर्म बताते हैं. नई नस्ल पढ़ाई के साथ-साथ कई अन्य हुनर भी हासिल कर रही है.
बता दें, ये आदिवासी गांव कुपोषण जैसी कई समस्याओं से ग्रसित है और यहां विकास दर भी काफी निचले स्तर पर है. बावजूद इसके जिला परिषद हाई स्कूल के शिक्षक कड़ी मेहनत से बच्चों के विकास के लिए कार्य कर रहे हैं.
गौरतलब है कि शिक्षकों के साथ ही साथ कौल खेडा बाजार की ग्राम पंचायत भी इस कार्य में शिक्षकों का साथ दे रही है. स्कूल के प्रिंसिपल देवेंद्र ठाकरे भी बच्चों की बेहतरी के लिए अपनी जी-जान लगाए हुए हैं.
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आपको बता दें, इस स्कूल में कक्षा पांचवीं से लेकर 10वीं तक की शिक्षा दी जाती है और इसमें कुल 236 छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं. यहां आने वाले बच्चों को कम्प्यूटर से लेकर शारीरिक शिक्षा तक दी जाती है.
इसके अलावा स्कूल के बच्चे सांस्कृतिक क्रियाकलापों में भी बढ़-चढ़ कर अपना प्रर्दशन करते हैं. बच्चों द्वारा ये क्रियाएं ग्रामीणों से मिले चंदे की मदद से की जाती हैं.