मुंबई : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को कहा कि आईटी और बैंकिंग जैसी आवश्यक सेवाएं प्रदान करने वाली कंपनियों और संगठनों के कर्मचारियों को लाने-ले जाने वाले निजी वाहनों पर कंपनी का स्टीकर होना चाहिए.
ठाकरे ने टेलीविजन पर प्रसारित अपने संबोधन में कहा कि इसके अलावा, वाहन में मौजूद कर्मचारियों के पास कंपनी का पहचान पत्र होना चाहिए.
ठाकरे ने कहा, 'मैं पुलिस से अनुरोध करता हूं कि वह इन वाहनों को पहचानपत्र प्रदर्शित करने पर सुचारु रूप से चलने की अनुमति दे.'
उन्होंने घरेलू उड़ानों को रोकने के उनके सुझाव को स्वीकार करने के लिए केंद्र सरकार को भी धन्यवाद दिया.
ठाकरे ने इसकी भी सराहना की कि केंद्र सरकार ने आयकर और जीएसटी रिटर्न दाखिल करने की पहले निर्धारित 31 मार्च की समयसीमा को टाल दिया है.
मुख्यमंत्री ने महामारी से निबटने में राज्य सरकार का सहयोग करने के लिए राज्य के लोगों को धन्यवाद देते हुए कहा, 'केंद्र ने (कोरोना वायरस) जांच सुविधाओं की संख्या बढ़ाने की हमारी मांग को स्वीकार कर लिया है.'
उन्होंने कहा कि उन्हें सुबह सड़कों पर यातायात के बारे में पुलिस से शिकायत मिल रही थी और लोगों से यह शिकायत मिली कि आवश्यक सेवाएं प्रदान करने वाली कंपनियों या प्रतिष्ठानों के कर्मचारियों के वाहनों को चलने की अनुमति नहीं दी जा रही है.
उन्होंने कहा, 'समय की आवश्यकता दोनों ओर से सहयोग की है.' उन्होंने निर्देश देते हुए कि ऐसे वाहनों पर स्टिकर होना चाहिए और कर्मचारियों के पास पहचानपत्र होना चाहिए.
ठाकरे ने कहा, 'आप स्थिति की गंभीरता को समझ चुके हैं. हमें उन क्षेत्रों में वायरस के प्रसार को रोकना होगा, जहां तक यह नहीं पहुंचा है और जहां भी यह शुरू हुआ है, इसे रोकना है.' उन्होंने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी सहित आवश्यक सेवाएं प्रदान करने वाली कंपनियों के कर्मचारियों को सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए 100 नंबर पर कॉल करना चाहिए.
मुख्यमंत्री ने पुलिस द्वारा जमाखोरी किये गए मास्क जब्त करने के लिए पुलिस को धन्यवाद दिया और कहा कि लोगों को अपने स्वार्थ के लिए स्थिति का फायदा नहीं उठाना चाहिए.
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उन्होंने कहा, 'हमने जीना बंद नहीं किया है, लेकिन हमने जीने का तरीका बदला है. घर पर रहें, सुरक्षित रहें. खाद्यान्न का पर्याप्त भंडार है. मैंने खाद्यान्न का उचित वितरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं.' मुख्यमंत्री ने कहा कि यह घूमने का समय नहीं है.
उन्होंने कहा, 'रक्त की आपूर्ति आवश्यक है (अस्पतालों में) और गैर सरकारी संगठनों ने रक्तदान शिविर शुरू किए हैं. लोग मदद के लिए आगे आ रहे हैं.' मंगलवार की स्थिति के अनुसार महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के 107 पुष्ट मामले हैं.