गुवाहाटी : कोरोना महामारी और बाढ़ के बाद असम में एक और गंभीर संकट सामने आ गया है. यहां एक तेल के कुएं में आग लगने से दो लोगों की मौत हो गई है.
बता दें, राज्य के तिनसुकिया जिले के बागजान गांव में 27 मई को एक तेल के कुएं में ब्लास्ट हो गया था, तब से यहां आग लगी हुई है. अनुमान लगाया जा रहा है कि आग कम से कम एक महीने तक नहीं बुझने वाली है. वहीं राज्य के उद्योग मंत्री चंद्र मोहन पटोवरी आज घटनास्थल का दौरा करेंगे.
बागजान क्षेत्र के स्थानीय लोगों को अन्य स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया है और अब तक लगभग 50 घर आग में नष्ट हो गए हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि 27 मई से गैस रिसाव के कारण कई मछलियों, पक्षियों और जानवरों की मौत हो गई है.
बता दें कि इससे पहले राजधानी गुवाहाटी से करीब 450 किलोमीटर दूर स्थित इस कुएं में 27 मई को विस्फोट हुआ था, जिसके बाद से गैस रिसाव होना शुरू हो गया.
प्राकृतिक गैस के रिसाव ने बड़े पैमाने पर कृषि को नुकसान पहुंचाया है. नदी का पानी दूषित होने से बड़ी संख्या में मछली और अन्य जानवर भी प्रभावित हो रहे हैं. वायु प्रदूषण का खतरा भी बढ़ सकता है.
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राज्य के वन और पर्यावरण मंत्री सुकलबय्या ने संवाददाताओं के बताया कि स्थिति नियंत्रण में है. उन्होंने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने केंद्र सरकार के मंत्रियों से बात की है. असम सरकार आग पर काबू पाने की पूरी कोशिश कर रही है और अधिकारी स्थिति को नियंत्रित करने के लिए काम कर रहे हैं.सुकलबय्या ने कहा कि आग आसपास के गांवों में फैल गई है.
लगभग छह लोग घायल हो गए हैं. उन्होंने बताया कि तिनसुकिया के बाघजान में ऑयल इंडिया लिमिटेड के गैस कुएं में आग लग गई थी. यह आग आस-पास के गांवों में फैल गई. हम चिंतित हैं.
ऑयल इंडिया लिमिटेड कह रहा है कि 6-7 दिनों में स्थिति को नियंत्रित किया जाएगा. उन्होंने कहा, 'हम स्थिति को नियंत्रित करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं.