ETV Bharat / bharat

तुअर दाल की आयात सीमा दोगुनी हुई, नाफेड भी बाजार में बेचेगा दाल: पासवान - सहकारी संस्थान नाफेड

राम विलास पासवान की अध्यक्षता में अंतर-मंत्रालयी समिति की मंगलवार को हुई बैठक में कुछ निर्णय लिए गए हैं. जिसके तहत तुअर दाल की आयात कीमत बढ़ाई जाएगी. पढ़ें पूरी खबर....

अरहर दाल के बढ़ रहे दामों को देखते हुए सरकार ने लिया अहम फैसला
author img

By

Published : Jun 11, 2019, 11:56 PM IST

नई दिल्ली: केंद्र ने तुअर दाल के दाम में तेजी को थामने के लिये कदम उठाये हैं. इसके तहत निजी कारोबारियों के लिये अक्टूबर तक तुअर दाल की आयात सीमा बढ़ाकर 4 लाख टन करने का निर्णय किया गया. साथ ही सहकारी संस्थान नाफेड से खुले बाजार में 2 लाख टन दाल बेचने को कहा गया है.

खाद्य मंत्री राम विलास पासवान की अध्यक्षता में अंतर-मंत्रालयी समिति की मंगलवार को हुई बैठक में उक्त निर्णय किये गये. बैठक में खाद्य और उपभोक्ता मामलों के सचिवों के अलावा नाफेड तथा डीजीएफटी (विदेश व्यापार महानिदेशालय) के वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया.

बैठक के बाद पासवान ने कहा, 'सरकार ने निजी कारोबारियों के लिये तुअर आल की आयात सीमा मैजूदा 2 लाख टन से बढ़ाकर 4 लाख टन करने का निर्णय किया है. यह बढी सीमा अकटूबर तक के लिए है.' इसके साथ ही कीमतों पर अंकुश लगाने के लिये समिति ने करीब 2 लाख टन तुअर दाल बफर स्टाक से खुले बाजार में जारी करने का फैसला किया है.

paswanetvbharat
अरहर दाल के बढ़ रहे दामों को देखते हुए सरकार ने लिया अहम फैसला

उन्होंने कहा, 'इसका मतलब है कि करीब 4 लाख टन तुअर दाल का आयात 30 अक्टूबर तक किया जाएगा. वाणिज्य मंत्रालय पहले ही 2 लाख टन तुअर दाल के आयात की अनुमति दे दी है और अगले कुछ दिनों में लाइसेंस जारी किये जाएंगे.'

पासवान ने कहा कि सरकार के पास 39 लाख टन दाल का बफर भंडार है. इसमें तुर दाल करीब 7.5 लाख टन है. उन्होंने यह भी कहा कि देश में दाल का उत्पादन 2018-19 में घटकर 232 लाख टन रहने का अनुमान है जो इससे पूर्व वर्ष में 254.2 लाख टन था.

बता दें, सरकार ने स्थानीय किसानों के हितों की रक्षा के लिये 2017 में 2 लाख टन आयात सीमा लगायी थी. उन्होंने कहा कि इसके अलावा समिति ने द्विपक्षीय आधार पर मोजाम्बिक से 1.75 लाख टन तुअर दाल के आयात की अनुमति दी है.

उन्होंने कहा कि सरकार जमाखोरों तथा कालाबजारी करने वालों पर भी नजर रखेगी और किसी को भी ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी की अनुमति नहीं देगी.

नई दिल्ली: केंद्र ने तुअर दाल के दाम में तेजी को थामने के लिये कदम उठाये हैं. इसके तहत निजी कारोबारियों के लिये अक्टूबर तक तुअर दाल की आयात सीमा बढ़ाकर 4 लाख टन करने का निर्णय किया गया. साथ ही सहकारी संस्थान नाफेड से खुले बाजार में 2 लाख टन दाल बेचने को कहा गया है.

खाद्य मंत्री राम विलास पासवान की अध्यक्षता में अंतर-मंत्रालयी समिति की मंगलवार को हुई बैठक में उक्त निर्णय किये गये. बैठक में खाद्य और उपभोक्ता मामलों के सचिवों के अलावा नाफेड तथा डीजीएफटी (विदेश व्यापार महानिदेशालय) के वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया.

बैठक के बाद पासवान ने कहा, 'सरकार ने निजी कारोबारियों के लिये तुअर आल की आयात सीमा मैजूदा 2 लाख टन से बढ़ाकर 4 लाख टन करने का निर्णय किया है. यह बढी सीमा अकटूबर तक के लिए है.' इसके साथ ही कीमतों पर अंकुश लगाने के लिये समिति ने करीब 2 लाख टन तुअर दाल बफर स्टाक से खुले बाजार में जारी करने का फैसला किया है.

paswanetvbharat
अरहर दाल के बढ़ रहे दामों को देखते हुए सरकार ने लिया अहम फैसला

उन्होंने कहा, 'इसका मतलब है कि करीब 4 लाख टन तुअर दाल का आयात 30 अक्टूबर तक किया जाएगा. वाणिज्य मंत्रालय पहले ही 2 लाख टन तुअर दाल के आयात की अनुमति दे दी है और अगले कुछ दिनों में लाइसेंस जारी किये जाएंगे.'

पासवान ने कहा कि सरकार के पास 39 लाख टन दाल का बफर भंडार है. इसमें तुर दाल करीब 7.5 लाख टन है. उन्होंने यह भी कहा कि देश में दाल का उत्पादन 2018-19 में घटकर 232 लाख टन रहने का अनुमान है जो इससे पूर्व वर्ष में 254.2 लाख टन था.

बता दें, सरकार ने स्थानीय किसानों के हितों की रक्षा के लिये 2017 में 2 लाख टन आयात सीमा लगायी थी. उन्होंने कहा कि इसके अलावा समिति ने द्विपक्षीय आधार पर मोजाम्बिक से 1.75 लाख टन तुअर दाल के आयात की अनुमति दी है.

उन्होंने कहा कि सरकार जमाखोरों तथा कालाबजारी करने वालों पर भी नजर रखेगी और किसी को भी ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी की अनुमति नहीं देगी.

Intro:अरहर दाल के बढ़ रहे दामों को देखते हुए सरकार ने लिया अहम फैसला

नयी दिल्ली- उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री रामविलास पासवान ने खाद्य, उपभोक्ता मामले, कृषि और वाणिज्य मंत्रालय के सचिव के साथ आज अहम बैठक की जिसमे कुछ निर्णय लिए गए, अरहर डाल के दाम लगातार बढ़ रहे है जिसपर सरकार की नजर है, इसको रोकने के लिए सरकार ने अहम कदम उठाया है

फोटो ईमेल किया हु


Body:सरकार ने निर्णय लिया है कि वह 4 लाख टन अरहर डाल का आयात करेगी, सरकार ने यह फैसला इसलिए लिया है क्योंकि अरहर डाल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं, गौर करने वाली बात है कि सरकार अपने बफर स्टॉक से भी 2 लाख टन अरहर डाल खुले बाजार में जारी करेगी, इसी साल के अक्टूबर महीने तक सरकार 4 लाख टन अरहर डाल का आयात करेगी, नैफेड के माध्यम से सरकार अपने बफर स्टॉक से भी 2 लाख टन अरहर दाल खुले बाजार में जारी कर देगी

2018-19 में दाल के उत्पादन में करीब 7. 75लाख टन की कमी आ सकती है, यह केंद्र सरकार का आकलन है, अगर ऐसा हुआ तो इसका डायरेक्ट असर इसके सप्लाई पर पड़ सकता है, इसमें अरहर दाल के उत्पादन में में भी 5 लाख टन की कमी आने की उम्मीद है इसलिए केंद्र सरकार ने अरहर दाल आयात करने का निर्णय लिया है, सप्लाई बनाये रखने के लिए सरकार अरहर दाल आयात करेगी


Conclusion:बैठक में निर्णय लिया गया है कि जमाखोरों और काला बाजारी करने वालों के खिलाफ सरकार सतर्क रहेगी, उपभोक्ताओं के साथ धोखाधड़ी किसी सूरत में बर्दास्त नहीं किया जाएगा
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.