नई दिल्ली : कोलकाता में हुई हिंसा पर अमित शाह के आरोपों के बाद टीएमसी ने पलटवार किया है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पूछा है कि शाह क्या भगवान हैं जो उनके खिलाफ कोई प्रदर्शन नहीं कर सकता?
ममता बनर्जी ने उत्तर कोलकाता स्थित विद्यासागर कॉलेज का दौरा करने के बाद संवाददाताओं से कहा 'वे इतने असभ्य हैं कि उन्होंने विद्यासागर की आवक्ष प्रतिमा तोड़ दी. वे सभी बाहरी लोग हैं. भाजपा मतदान वाले दिन के लिए उन्हें लाई है.'
इससे पहले टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन ने इस मामले में बीजेपी पर पलटवार करते हुए अमित शाह और बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने ने कहा कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने बंगाल में बाहर से गुंडे लाए थे. उन्होंने ईश्वरचंद्र विद्यासागर की मूर्ति तोड़ी.
डेरेक ने कहा कि छात्रों ने अमित शाह को सिर्फ काले झंडे दिखाए थे, लेकिन अमित शाह ने बंगाल में बाहर से गुंडे बुला रखे थे.
उन्होंने भाजपा कार्यकर्ता तेजिंदर बग्गा पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह बग्गा कौन है? उसे गिरफ्तार कर लिया गया, क्या वह वही आदमी है जिसने दिल्ली में किसी को थप्पड़ मारा था? आप अपने बाहरी गुंडों को राज्य में लेकर आए.
उन्होंने कहा कि हमारे पास दिखाने लिए तस्वीरें मौजूद हैं. इन सब का चुनावों से वास्ता है. हमें केंद्रीय बलों के खिलाफ व्यक्तिगत रूप से कुछ नहीं कहना है लेकिन बीजेपी की सच्चाई बहार लाना जरुरी है.
उन्होंने भावुक होकर कहा कि 'मैनें बहुत सारी प्रेस कॉन्फ्रेंस की है, लेकिन यह प्रेस कॉन्फ्रेंस मेरे लिए सबसे दुख भरी है. अमित शाह ने कल हमें और पूरे बंगाल को आहत किया है.'
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साथ ही उन्होंने विद्यासागर की टूटी हुई प्रतिमा की तस्वीर शेयर करते हुए आरोप लगाया कि इसके पीछे बीजेपी कार्यकर्ताओं का हाथ है.
इससे पहले मंगलवार को पश्चिम बंगाल में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की रैली में हुए भयानक हिंसा के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस की और सीएम ममता बनर्जी और उनकी पार्टी पर जमकर आरोप लगाए है.
शाह ने यह तक कह दिया कि यदि रैली में हिंसा के दौरान सीआरपीएफ के जवान नहीं होते तो वे बचकर नहीं निकल पाते. इसके साथ ही शाह ने आरोप लगाया कि ईश्वर चंद्र विद्यासागर की मूर्ति बीजेपी कार्यकर्ताओं ने ने नहीं बल्कि टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने तोड़ी है.