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तृणमूल विधायकों और नेताओं का भाजपा में शामिल होने का सिलसिला जारी

लोकसभा चुनाव के बाद से तृणमूल विधायकों और नेताओं का भाजपा में शामिल होने का सिलसिला लगातार जारी है. आइये जानते हैं अब और कौन-कौन से टीएमसी नेता भाजपा में शामिल हुए......

पीएम मोदी और ममता बनर्जी (फाइल फोटो)
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Published : May 30, 2019, 10:14 AM IST

नयी दिल्ली: लोकसभा चुनाव में भाजपा की जीत के बाद पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस विधायकों एवं नेताओं का पाला बदलने का सिलसिला जारी है. बुधवार को तृणमूल विधायक मनीरूल इस्लाम और पूर्व विधायक गदाधर हाजरा समेत कुछ नेता भाजपा में शामिल हो गए.

मंगलवार को भी तृणमूल के दो विधायक, माकपा के एक विधायक एवं तृणमूल के 50 से अधिक पार्षद भाजपा में शामिल हो गए थे.

भाजपा के केंद्रीय कार्यालय में प्रदेश प्रभारी एवं पार्टी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और भाजपा नेता मुकुल राय की मौजूदगी में तृणमूल के इन नेताओं ने भाजपा की सदस्यता ली.

monirul islam tmc bjp join etvbharat
भाजपा में शामिल हुये मनीरूल इस्लाम.

कैलाश विजयवर्गीय एवं मुकुल राय ने संवाददाताओं से कहा कि सभी को मालूम है कि बंगाल में जो हिंसा हुई है, वह तृणमूल कांग्रेस के लोगों द्वारा राज्य सरकार के समर्थन से की जा रही है.

पढ़ें: बदल जाएगी 17वीं लोकसभा की तस्वीर, नजर नहीं आएंगे यह प्रमुख चेहरे

यह पूछे जाने पर कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने से इंकार किया है, विजयवर्गीय ने कहा कि वे नहीं आने का बहाना ढूंढ रही थीं और वह उनको मिल गया है.

उन्होंने कहा कि बंगाल की पार्टी इकाई ने तय किया कि प्रदेश में चुनावी हिंसा में पीड़ित कार्याकर्ताओं से जुड़े लोगों को बुलाया जाए, भाजपा में ये लोग परिवार का हिस्सा हैं, और अगर पार्टी अपने लोगों को बुलाती है, तब इसमें ममता जी को क्या आपत्ति हो सकती है ? विजयवर्गीय ने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी का संघीय ढांचे में पहले भी विश्वास नहीं रहा है और प्रधानमंत्री पर वह पहले भी टिप्पणी कर चुकी हैं. पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव में भाजपा के अच्छे प्रदर्शन और तृणमूल को पिछले चुनाव की तुलना में काफी नुकसान होने के घटनाक्रम के बीच भाजपा और तृणमूल कांग्रेस में आरोप प्रत्यारोप का दौर काफी पहले से ही शुरू हो चुका है.

इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 30 मई को नरेन्द्र मोदी एवं उनके मंत्रिपरिषद के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने की रजामंदी देने के बाद बुधवार को समारोह में हिस्सा लेने से इंकार कर दिया है.

ममता बनर्जी ने अपने ट्वीट में कहा कि मेरी योजना थी कि समारोह में जाऊंगी लेकिन मैं मीडिया रिपोर्ट देख रही हूं जिसमें भाजपा दावा कर रही है कि बंगाल में हुई राजनीतिक हिंसा में 54 लोग मारे गए. यह झूठ है. बंगाल में कोई राजनीतिक हत्या नहीं हुई है. ये हत्याएं आपसी रंजिश, पारिवारिक झगड़े एवं अन्य विवाद के कारण हुई है. ये राजनीति से जुड़े मामले नहीं है. हमारे पास ऐसा कोई रिकार्ड नहीं है. इसलिये मुझे खेद है नरेन्द्र मोदी जी कि मैं समारोह में शामिल नहीं हो पाऊंगी.

पढ़ें: पीएम पद की शपथ से पहले नरेंद्र मोदी ने बापू, अटल, और अमर शहीदों की दी श्रद्धांजलि

इससे पहले, पश्चिम बंगाल से तृणमूल कांग्रेस विधायकों के भाजपा में शामिल होने के बीच पार्टी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने मंगलवार को कहा था कि प्रदेश में सात चरणों में हुए चुनाव की तरह ही अगले महीने से सात चरणों में तृणमूल कांग्रेस विधायकों एवं नेताओं को भाजपा में शामिल करने का कार्यक्रम होगा. पश्चिम बंगाल से तीन विधायक एवं 50 से अधिक पार्षद मंगलवार को भाजपा में शामिल हो गए जिसमें भाजपा नेता मुकुल राय के पुत्र शुभ्रांशू राय भी शामिल हैं.

गौरतलब है कि 2016 में पश्चिम बंगाल में 294 सदस्यीय विधानसभा के लिये हुए चुनाव में तृणमूल कांग्रेस को 211 सीटों पर जीत मिली थी जबकि भाजपा को सिर्फ तीन सीट हासिल हुई थी. इसके बाद से भाजपा लगातार मजबूत होते हुए मुख्य प्रतिद्वन्द्वी बन गई है.

मुकुल राय ने कहा है कि लोग तृणमूल कांग्रेस को छोड़कर भाजपा में शामिल हो रहे हैं और आने वाले सप्ताह में और लोग शामिल होंगे.

उल्लेखनीय है कि तृणमूल कांग्रेस में सेंध लगाने में मुकुल राय की भूमिका मानी जा रही है. राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि पश्चिम बंगाल में भाजपा के शानदार प्रदर्शन में मुकुल राय प्रमुख शिल्पकारों में रहे हैं. भाजपा ने लोकसभा चुनाव में 18 सीटें जीती जबकि तृणमूल कांग्रेस की सीटों की संख्या घटकर 22 पर आ गई.

नयी दिल्ली: लोकसभा चुनाव में भाजपा की जीत के बाद पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस विधायकों एवं नेताओं का पाला बदलने का सिलसिला जारी है. बुधवार को तृणमूल विधायक मनीरूल इस्लाम और पूर्व विधायक गदाधर हाजरा समेत कुछ नेता भाजपा में शामिल हो गए.

मंगलवार को भी तृणमूल के दो विधायक, माकपा के एक विधायक एवं तृणमूल के 50 से अधिक पार्षद भाजपा में शामिल हो गए थे.

भाजपा के केंद्रीय कार्यालय में प्रदेश प्रभारी एवं पार्टी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और भाजपा नेता मुकुल राय की मौजूदगी में तृणमूल के इन नेताओं ने भाजपा की सदस्यता ली.

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भाजपा में शामिल हुये मनीरूल इस्लाम.

कैलाश विजयवर्गीय एवं मुकुल राय ने संवाददाताओं से कहा कि सभी को मालूम है कि बंगाल में जो हिंसा हुई है, वह तृणमूल कांग्रेस के लोगों द्वारा राज्य सरकार के समर्थन से की जा रही है.

पढ़ें: बदल जाएगी 17वीं लोकसभा की तस्वीर, नजर नहीं आएंगे यह प्रमुख चेहरे

यह पूछे जाने पर कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने से इंकार किया है, विजयवर्गीय ने कहा कि वे नहीं आने का बहाना ढूंढ रही थीं और वह उनको मिल गया है.

उन्होंने कहा कि बंगाल की पार्टी इकाई ने तय किया कि प्रदेश में चुनावी हिंसा में पीड़ित कार्याकर्ताओं से जुड़े लोगों को बुलाया जाए, भाजपा में ये लोग परिवार का हिस्सा हैं, और अगर पार्टी अपने लोगों को बुलाती है, तब इसमें ममता जी को क्या आपत्ति हो सकती है ? विजयवर्गीय ने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी का संघीय ढांचे में पहले भी विश्वास नहीं रहा है और प्रधानमंत्री पर वह पहले भी टिप्पणी कर चुकी हैं. पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव में भाजपा के अच्छे प्रदर्शन और तृणमूल को पिछले चुनाव की तुलना में काफी नुकसान होने के घटनाक्रम के बीच भाजपा और तृणमूल कांग्रेस में आरोप प्रत्यारोप का दौर काफी पहले से ही शुरू हो चुका है.

इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 30 मई को नरेन्द्र मोदी एवं उनके मंत्रिपरिषद के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने की रजामंदी देने के बाद बुधवार को समारोह में हिस्सा लेने से इंकार कर दिया है.

ममता बनर्जी ने अपने ट्वीट में कहा कि मेरी योजना थी कि समारोह में जाऊंगी लेकिन मैं मीडिया रिपोर्ट देख रही हूं जिसमें भाजपा दावा कर रही है कि बंगाल में हुई राजनीतिक हिंसा में 54 लोग मारे गए. यह झूठ है. बंगाल में कोई राजनीतिक हत्या नहीं हुई है. ये हत्याएं आपसी रंजिश, पारिवारिक झगड़े एवं अन्य विवाद के कारण हुई है. ये राजनीति से जुड़े मामले नहीं है. हमारे पास ऐसा कोई रिकार्ड नहीं है. इसलिये मुझे खेद है नरेन्द्र मोदी जी कि मैं समारोह में शामिल नहीं हो पाऊंगी.

पढ़ें: पीएम पद की शपथ से पहले नरेंद्र मोदी ने बापू, अटल, और अमर शहीदों की दी श्रद्धांजलि

इससे पहले, पश्चिम बंगाल से तृणमूल कांग्रेस विधायकों के भाजपा में शामिल होने के बीच पार्टी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने मंगलवार को कहा था कि प्रदेश में सात चरणों में हुए चुनाव की तरह ही अगले महीने से सात चरणों में तृणमूल कांग्रेस विधायकों एवं नेताओं को भाजपा में शामिल करने का कार्यक्रम होगा. पश्चिम बंगाल से तीन विधायक एवं 50 से अधिक पार्षद मंगलवार को भाजपा में शामिल हो गए जिसमें भाजपा नेता मुकुल राय के पुत्र शुभ्रांशू राय भी शामिल हैं.

गौरतलब है कि 2016 में पश्चिम बंगाल में 294 सदस्यीय विधानसभा के लिये हुए चुनाव में तृणमूल कांग्रेस को 211 सीटों पर जीत मिली थी जबकि भाजपा को सिर्फ तीन सीट हासिल हुई थी. इसके बाद से भाजपा लगातार मजबूत होते हुए मुख्य प्रतिद्वन्द्वी बन गई है.

मुकुल राय ने कहा है कि लोग तृणमूल कांग्रेस को छोड़कर भाजपा में शामिल हो रहे हैं और आने वाले सप्ताह में और लोग शामिल होंगे.

उल्लेखनीय है कि तृणमूल कांग्रेस में सेंध लगाने में मुकुल राय की भूमिका मानी जा रही है. राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि पश्चिम बंगाल में भाजपा के शानदार प्रदर्शन में मुकुल राय प्रमुख शिल्पकारों में रहे हैं. भाजपा ने लोकसभा चुनाव में 18 सीटें जीती जबकि तृणमूल कांग्रेस की सीटों की संख्या घटकर 22 पर आ गई.

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पीटीआई-भाषा संवाददाता 17:36 HRS IST




             
  • तृणमूल विधायकों और नेताओं का भाजपा में शामिल होने का सिलसिला जारी



नयी दिल्ली, 29 मई :भाषा: लोकसभा चुनाव में भाजपा की जीत के बाद पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस विधायकों एवं नेताओं का पाला बदलने का सिलसिला जारी है । बुधवार को तृणमूल विधायक मनीरूल इस्लाम और पूर्व विधायक गदाधर हाजरा समेत कुछ नेता भाजपा में शामिल हो गए । 



मंगलवार को भी तृणमूल के दो विधायक, माकपा के एक विधायक एवं तृणमूल के 50 से अधिक पार्षद भाजपा में शामिल हो गए थे ।



भाजपा के केंद्रीय कार्यालय में प्रदेश प्रभारी एवं पार्टी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और भाजपा नेता मुकुल राय की मौजूदगी में तृणमूल के इन नेताओं ने भाजपा की सदस्यता ली ।



कैलाश विजयवर्गीय एवं मुकुल राय ने संवाददाताओं से कहा कि सभी को मालूम है कि बंगाल में जो हिंसा हुई है, वह तृणमूल कांग्रेस के लोगों द्वारा राज्य सरकार के समर्थन से की जा रही है।



यह पूछे जाने पर कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने से इंकार किया है, विजयवर्गीय ने कहा कि वे नहीं आने का बहाना ढूंढ रही थीं और वह उनको मिल गया है ।



उन्होंने कहा कि बंगाल की पार्टी इकाई ने तय किया कि प्रदेश में चुनावी हिंसा में पीड़ित कार्याकर्ताओं से जुड़े लोगों को बुलाया जाए, भाजपा में ये लोग परिवार का हिस्सा हैं, और अगर पार्टी अपने लोगों को बुलाती है, तब इसमें ममता जी को क्या आपत्ति हो सकती है ? विजयवर्गीय ने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी का संघीय ढांचे में पहले भी विश्वास नहीं रहा है और प्रधानमंत्री पर वह पहले भी टिप्पणी कर चुकी हैं । पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव में भाजपा के अच्छे प्रदर्शन और तृणमूल को पिछले चुनाव की तुलना में काफी नुकसान होने के घटनाक्रम के बीच भाजपा और तृणमूल कांग्रेस में आरोप प्रत्यारोप का दौर काफी पहले से ही शुरू हो चुका है । 



इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 30 मई को नरेन्द्र मोदी एवं उनके मंत्रिपरिषद के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने की रजामंदी देने के बाद बुधवार को समारोह में हिस्सा लेने से इंकार कर दिया है ।



ममता बनर्जी ने अपने ट्वीट में कहा कि मेरी योजना थी कि समारोह में जाऊंगी लेकिन मैं मीडिया रिपोर्ट देख रही हूं जिसमें भाजपा दावा कर रही है कि बंगाल में हुई राजनीतिक हिंसा में 54 लोग मारे गए । यह झूठ है । बंगाल में कोई राजनीतिक हत्या नहीं हुई है।ये हत्याएं आपसी रंजिश, पारिवारिक झगड़े एवं अन्य विवाद के कारण हुई है। ये राजनीति से जुड़े मामले नहीं है। हमारे पास ऐसा कोई रिकार्ड नहीं है। इसलिये मुझे खेद है नरेन्द्र मोदी जी कि मैं समारोह में शामिल नहीं हो पाऊंगी ।



इससे पहले, पश्चिम बंगाल से तृणमूल कांग्रेस विधायकों के भाजपा में शामिल होने के बीच पार्टी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने मंगलवार को कहा था कि प्रदेश में सात चरणों में हुए चुनाव की तरह ही अगले महीने से सात चरणों में तृणमूल कांग्रेस विधायकों एवं नेताओं को भाजपा में शामिल करने का कार्यक्रम होगा । पश्चिम बंगाल से तीन विधायक एवं 50 से अधिक पार्षद मंगलवार को भाजपा में शामिल हो गए जिसमें भाजपा नेता मुकुल राय के पुत्र शुभ्रांशू राय भी शामिल हैं ।



गौरतलब है कि 2016 में पश्चिम बंगाल में 294 सदस्यीय विधानसभा के लिये हुए चुनाव में तृणमूल कांग्रेस को 211 सीटों पर जीत मिली थी जबकि भाजपा को सिर्फ तीन सीट हासिल हुई थी । इसके बाद से भाजपा लगातार मजबूत होते हुए मुख्य प्रतिद्वन्द्वी बन गई है।



मुकुल राय ने कहा है कि लोग तृणमूल कांग्रेस को छोड़कर भाजपा में शामिल हो रहे हैं और आने वाले सप्ताह में और लोग शामिल होंगे ।



उल्लेखनीय है कि तृणमूल कांग्रेस में सेंध लगाने में मुकुल राय की भूमिका मानी जा रही है । राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि पश्चिम बंगाल में भाजपा के शानदार प्रदर्शन में मुकुल राय प्रमुख शिल्पकारों में रहे हैं । भाजपा ने लोकसभा चुनाव में 18 सीटें जीती जबकि तृणमूल कांग्रेस की सीटों की संख्या घटकर 22 पर आ गई ।


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