नई दिल्ली: 17 जुलाई से शुरू होने वाली कांवड़ यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं. इसके लिए दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और उत्तराखंड के अफसरों के साथ कोऑर्डिनेशन मीटिंग भी कर ली गई है.
कड़ी सुरक्षा का बंदोबस्त किया जाएगा
कांवड़ियों की सुरक्षा और आतंकी गतिविधियों पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए हेलिकॉप्टर और ड्रोन के साथ ही स्नाइपरों की तैनाती की जाएगी. ये जानकारी उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव अनूप चंद पांडेय और डीजीपी ओपी सिंह ने दी है.
अनूप पांडे ने बताया कि कांवड़ यात्रा को उत्तर प्रदेश सरकार कुंभ मेले और प्रवासी भारतीय सम्मेलन की तर्ज पर संपन्न कराने के लिए कृतसंकल्प है. उन्होंने बताया कि सामाजिक संगठनों के लोगों से संवाद कर कांवड़ यात्रा में उनका सहयोग लिया जाएगा.
मुख्य सचिव ओपी पांडे ने कहा कि स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जा रहा है. इस बात का भी विशेष ध्यान रखा जाएगा कि किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस न पहुंचे.
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कांवड़ यात्रा के दौरान डीजे बजाने की अनुमति देने के सवाल पर पांडे ने कहा कि उच्चतम न्यायालय के आदेशों के अनुसार ही डीजे बजाने की अनुमति दी जाएगी.
भारी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे
डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि कुछ दिन पहले दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और उत्तराखंड के अफसरों के साथ इंटरस्टेट कोऑर्डिनेशन मीटिंग हुई थी. कांवड़ यात्रा सुखद और सुरक्षित हो इसके लिए 8000 पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी. पूरे रास्ते पर निगरानी के लिए हेलिकॉप्टर की मदद ली जाएगी.
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RAF, PAC के जवान भी होंगे तैनात
यूपी पुलिस के 8000 जवानों के अलावा,रैपिड एक्शन फोर्स,पीएसी के जवानों को भी तैनात किया जाएगा. सभी अफसर अलर्ट,मोबाइल और सेंसिटिव रहेंगे. वो डिजिटल इंफॉरमेशन भी शेयर करेंगे. आईबी और अन्य सुरक्षा एजेंसियों से भी तालमेल बना रहेगा.
डीजीपी ने बताया कि आतंकी गतिविधियों पर भी सुरक्षा बलों की विशेष नजर रहेगी. इसके लिए एटीएस की तैनाती की जाएगी. दो स्पॉट टीम मेरठ- मुजफ्फरनगर और सहारनपुर के बीच तैनात होगी.
रिस्पांस टाइम को कम करना उद्देश्य
साल-2017 में छोटी बड़ी 36 घटनाएं हुई थी. साल-2018 में सिर्फ 17 घटनाएं हुईं. इस बार कोशिश की जा रही है कि इस बार रिस्पांस टाइम पिछले बार के मुकाबले और कम हो.
मुख्य सचिव ओपी पांडे ने बताया कि जानकारी खुफिया एजेंसियों से समन्वय स्थापित किया जा रहा है. कांवड़ यात्रा के दौरान आतंकी घटनाओं को रोकने के लिए आतंकवाद निरोधक दस्ते को तैनात किया गया है.