मुंबई : महाराष्ट्र के पालघर में भीड़ द्वारा दो साधुओं समेत तीन लोगों को पीट-पीट कर हत्या कर देने के मामले में तीन पुलिसकर्मियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है. इस बात की जानकारी एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने दी.
अधिकारी ने बताया कि इन पुलिसकर्मियों में सहायक पुलिस निरीक्षक (एएसआई) आनंदराव काले भी शामिल हैं, जो 16 अप्रैल को हुई घटना के समय पालघर के कासा पुलिस थाने के प्रभारी थे.
उन्होंने बताया कि काले के अलावा सहायक पुलिस निरीक्षक रवि सांलुके और कांस्टेबल नरेश धोडी को भी सेवा से बर्खास्त किया गया है.
कोंकण रेंज के पुलिस महानिरीक्षक ने जारी एक आदेश में तीनों पुलिसकर्मियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया. उन्होने कहा कि घटना के बाद ये तीनों पुलिसकर्मी भी अन्य पांच पुलिसकर्मियों के साथ निलंबित कर दिये गये थे.
उल्लेखनीय है कि पालघर के गढ़चिंचले गांव में 16 अप्रैल को दो साधुओं और उनके वाहन चालक की भीड़ ने बच्चा चोर होने के संदेह में पीट-पीटकर हत्या कर दी थी. वे लोग सूरत जा रहे थे.
पुलिस ने बताया कि इस मामले में करीब 154 लोगों को गिरफ्तार किया गया और 11 किशोरों को हिरासत में लिया गया. मामले की जांच महाराष्ट्र सीआईडी को सौंपी गई थी जिसने अदालत में तीन आरोप पत्र दाखिल किये हैं. सरकार ने पालघर जिला पुलिस प्रमुख गौरव सिंह को भी अवकाश पर भेज दिया था.
पालघर मॉब लिंचिंग : तीन पुलिसकर्मी सेवा से किए गए बर्खास्त
महाराष्ट्र के पालघर में दो साधुओं के मॉब लिंचिंग के मामले में तीन पुलिसकर्मियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है. पढ़ें विस्तार से...
मुंबई : महाराष्ट्र के पालघर में भीड़ द्वारा दो साधुओं समेत तीन लोगों को पीट-पीट कर हत्या कर देने के मामले में तीन पुलिसकर्मियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है. इस बात की जानकारी एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने दी.
अधिकारी ने बताया कि इन पुलिसकर्मियों में सहायक पुलिस निरीक्षक (एएसआई) आनंदराव काले भी शामिल हैं, जो 16 अप्रैल को हुई घटना के समय पालघर के कासा पुलिस थाने के प्रभारी थे.
उन्होंने बताया कि काले के अलावा सहायक पुलिस निरीक्षक रवि सांलुके और कांस्टेबल नरेश धोडी को भी सेवा से बर्खास्त किया गया है.
कोंकण रेंज के पुलिस महानिरीक्षक ने जारी एक आदेश में तीनों पुलिसकर्मियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया. उन्होने कहा कि घटना के बाद ये तीनों पुलिसकर्मी भी अन्य पांच पुलिसकर्मियों के साथ निलंबित कर दिये गये थे.
उल्लेखनीय है कि पालघर के गढ़चिंचले गांव में 16 अप्रैल को दो साधुओं और उनके वाहन चालक की भीड़ ने बच्चा चोर होने के संदेह में पीट-पीटकर हत्या कर दी थी. वे लोग सूरत जा रहे थे.
पुलिस ने बताया कि इस मामले में करीब 154 लोगों को गिरफ्तार किया गया और 11 किशोरों को हिरासत में लिया गया. मामले की जांच महाराष्ट्र सीआईडी को सौंपी गई थी जिसने अदालत में तीन आरोप पत्र दाखिल किये हैं. सरकार ने पालघर जिला पुलिस प्रमुख गौरव सिंह को भी अवकाश पर भेज दिया था.