भिवानी: आमतौर पर देखा जाता है कि जब कभी कहीं आग लगती है तो फायर ब्रिगेड को सूचना देने पर भी देरी की शिकायतें आती हैं. पर भिवानी में एक ऐसा उदाहरण देखने को मिला जहां डीसी महोदय के दोस्त ने फायर ब्रिगेड अधिकारियों और कर्मचारियों को लाचार बना दिया.
फायर कर्मी रह गए हैरान
डीसी की दुहाई देकर फायर ब्रिगेड की गाड़ी को उनके दोस्त ने अपने घर बुलाया. पहले तो इसने पानी का टैंक भरा और फिर बगीचे में लगे पौधों में पानी डालने लगा. ये सब देखकर फायर कर्मी हैरान रहे गए.
घर के काम लिए मंगाई फायर ब्रिगेड की गाड़ी
इस पूरे मामले की भनक मीडिया को लगी तो सच में मामला हैरान करने वाला था. डीसी का ये दोस्त अत्तर सिंह यादव फायर ब्रिगेड गाड़ी की पाइप थामकर बड़े शानो शौकत के साथ बगीचे में पानी दे रहा था. जब इनसे बातचीत की गई तो उन्होंने जमीन को अपना मानने से इंकार कर दिया.
आग लगने की नहीं आई कोई कॉल
फिर बाद में बताया कि इस प्लॉट में पड़े कुड़े की वजह से सुबह आग लग गई थी. जिसकी वजह से उसने फायर ब्रिगेड की गाड़ी को बुलाया न कि पौधे में पानी देने के लिए. वहीं इस पूरे मामले पर जब फायर स्टेशन अधिकारी जय नारायण से बात की तो उन्होने खुद माना कि उनके कार्यालय में आज पूरा दिन आग लगने की कोई कॉल नहीं आई.
डीसी कैंपस से आया था फोन
उन्होंने बताया कि सेक्टर-13 में उनकी जो गाड़ी गई है उसके लिए डीसी कैंपस से फोन आया था. उसी के आधार पर उन्होंने गाड़ी भेजी थी. उन्होंने कहा कि इस बारे में जांच करेंगे और कुछ गलत हुआ है तो आगे ध्यान रखेंगें. वहीं साथ ही अपनी लाचारी जताई और कहा कि डीसी उनके उच्च अधिकारी हैं और उनके कैंपस से फोन आने पर वो गाड़ी भेजने के कारणों को नहीं जान सकते. जो निर्देश मिले थे उनका पालन करना फर्ज था. इसलिए गाड़ी बिना कोई सवाल किए भेज दी गई.