पटना : बिहार महासमर 2020 में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर जोरदार निशाना साधा है. तेजस्वी यादव बिहार में बेरोजगारी और पलायन को मुद्दा बनाकर सरकार को घेरने में लगे हुए हैं. मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए तेजस्वी ने नीतीश कुमार पर कई आरोप लगाए.
'नीतीश कुमार में नहीं है इच्छाशक्ति'
तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार की मंशा नहीं है कि बिहार में उद्योग लगे. उद्योग नहीं लगने से बिहार में पलायन बढ़ेगा, जिसके चलते गरीबी बढ़ेगी. बिहार में एक भी आईटी सेक्टर नहीं है. जब लोग चांद पर जा सकते हैं, तो बिहार में उद्योग भी लग सकता है. जब लालू जी रेल मंत्री थे तब छपरा, परसा में रेलवे कारखाना लगा था.
'अब थक चुके हैं नीतीश कुमार'
तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार थक चुके हैं, उनसे बिहार नहीं संभल रहा है. बिहार की जनता महागठबंधन की सरकार बनाने जा रही है. सरकार जानती है कि रोजगार दिया जा सकता है, लेकिन 15 सालों में ऐसा नहीं किया. बिहार को विशेष राज्य का दर्जा क्यों नहीं मिला.
'जनता से किए हर वादे को करेंगे पूरा'
तेजस्वी यादव ने कहा कि हम अपने वादे के मुताबिक दस लाख युवाओं को नौकरी पहली कैबिनेट में ही देंगे. मणिपुर में एक लाख की आबादी पर एक हजार पुलिसकर्मी हैं, जबकि बिहार में एक लाख की आबादी पर सिर्फ 77 पुलिसकर्मी हैं. पुलिस की आबादी नहीं बढ़ेगी, तो लॉ एंड आर्डर नहीं सुधरेगा. बजट का 12% हम शिक्षा में लगाएंगे.
'कोरोना काल में घर में ही रहे मुख्यमंत्री'
कोरोना काल के दौरान अपने घर में रहे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला करते हुए तेजस्वी ने कहा कि चुनाव की बारी आई, तो वोट मांगने के लिए नीतीश कुमार घर से निकलकर चुनावी सभाएं कर रहे हैं. क्या अब कोरोना खत्म हो गया है. तब मुख्यमंत्री कोरोना पीड़ितों की सहायता के लिए हेलिकॉप्टर से नहीं निकल रहे थे.
बेरोजगारी-पलायन को बनाया मुद्दा
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव बेरोजगारी और पलायन को मुद्दा बनाकर सरकार को घेरने में लगे हुए हैं. बिहार में पहले चरण का मतदान 28 अक्टूबर को होगा. वहीं दूसरे और तीसरे चरण का मतदान 3 नवंबर और 7 नवंबर को होना है, जबकि मतगणना 10 नवंबर को होगी, जिसके लिए सभी नेता प्रचार प्रसार में जुटे हुए हैं.