सोलन: हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले से करीब 15 किलोमीटर दूरी पर स्थित सुल्तानपुर के नजदीक लाडो गांव देश-दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाने जा रहा है. इस जगह स्थित मानव भारती यूनिवर्सिटी में दुनिया की सबसे ऊंची 156 फीट ऊंची हनुमान जी की मूर्ति बनकर पूरी तरह तैयार हो गई है.
मानव भारती यूनिवर्सिटी के परिसर में बनी इस मूर्ति की ऊंचाई 156 फीट है और मूर्ति बनाने में 2 हजार टन सरिया, सीमेंट और बाकी सामान का इस्तेमाल किया गया है. वहीं, मूर्ती में पाइपें भी लगाई गई हैं जो मूर्ति को नुकसान करने वाले पानी को बाहर निकालेंगी.
इस मूर्ति की एक और विशेषता है कि इस पर भूकंप का भी कोई असर नहीं होगा. इसके अलावा इस मूर्ति पर परिंदा भी पर नहीं मार पाएगा. इसके लिए मूर्ति पर वेवर्स लगाए जा रहे हैं.
गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज होगा नाम
आपको बता दें कि मूर्ति को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड, एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड और लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल करने की प्रक्रिया चल रही है. इसकी औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं. प्रतिमा का निर्माण मातूराम फाइन आर्ट गुरुग्राम के पदमश्री मूर्तिकार नरेश कुमार ने किया है.
आपको बता दें कि राजधानी शिमला के जाखू मंदिर में विराजमान 108 फीट ऊंची हनुमान मूर्ति का निर्माण भी नरेश कुमार की टीम ने ही किया था.
मूर्ति के बनने के बाद मानव भारती यूनिवर्सिटी धार्मिक पर्यटन का एक नया डेस्टिनेशन बनेगा और स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा. मूर्ति के दर्शन के लिए यूनिवर्सिटी के अलग से रास्ता बनाया है, ताकि पर्यटक यहां पर आसानी से दर्शन कर सकें.
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अभी यहां हैं विश्व में सबसे ऊंची हनुमानजी की मूर्ति
इसके बाद शिमला के जाखू मंदिर और दिल्ली के संकट मोचन मंदिर में स्थित बजरंग बली की मूर्तियों का नंबर आता है. इनकी ऊंचाई 108-108 फीट है. इसके अलावा महाराष्ट्र के नंदुरा में 105 और उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में 104 फीट की हनुमान मूर्ति स्थित है. साथ ही आपको बता दें कि हनुमान की मूर्ति विदेश के त्रिनिदाद और टोबैगो द्वीप में भी है जिसकी लम्बाई 85 फीट है.