ETV Bharat / bharat

सुप्रीम कोर्ट में पहली बार की गई कागज रहित कार्यवाही - completely paperless hearings

पहली बार भारतीय सुप्रीम कोर्ट में कागज रहित कार्यवाही देखने को मिली. जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़, जस्टिस हेमंत गुप्ता और जस्टिस अजय रस्तोगी की अगुवाई वाली सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने आज की गई सुनवाई में कागज की जगह लैपटॉप का इस्तेमाल किया. पढ़ें विस्तार से...

ETV BHARAT
उच्चतम न्यायालय
author img

By

Published : Jun 2, 2020, 2:44 AM IST

नई दिल्ली : जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़, जस्टिस हेमंत गुप्ता और जस्टिस अजय रस्तोगी की अगुवाई वाली सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने आज पूरी तरह से कागज रहित सुनवाई की. तीन जजों को उनके लैपटॉप पर 20 से अधिक सूचीबद्ध मामलों की डिटेल देखते देखा जा सकता था.

इससे पहले भी, लॉकडाउन में एक सुनवाई के दौरान, न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ ने अपने आईपैड का इस्तेमाल करके केस की फाइलें खोलीं थीं लेकिन उनकी पीठ के अन्य न्यायाधीशों ने कागजी दस्तावेज का इस्तेमाल किया था.

चंद्रचूड़ शीर्ष अदालत की ई समिति के अध्यक्ष हैं और वह वर्चुअल सुनवाई प्रणाली को बढ़ाने के लिए उठाए जा रहे कदमों के दौरान अदालतों के सामने पेश आ रहीं चुनौतियों की समीक्षा कर रहे हैं. उन्होंने ऑनलाइन मोड के माध्यम से सुनवाई करने के साथ-साथ उच्च न्यायालयों के साथ बैठकें भी की हैं.

शीर्ष अदालत लॉकडाउन के बाद से वर्चुअल अदालत के माध्यम से मामलों की सुनवाई कर रही है और याचिकाओं को दाखिल करने की सुविधा अब ऑनलाइन माध्यमों से भी की गई है.

पढ़ें-मोदी कैबिनेट के अहम फैसले : सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग को 20 हजार करोड़ का राहत पैकेज

लगभग दो सप्ताह पहले सुप्रीम कोर्ट ने ई-फाइलिंग, सुनवाई और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लिए मामलों का उल्लेख करते हुए मानक संचालन प्रक्रिया भी जारी की थी. जिन अधिवक्ताओं के पास अपने घरों/कार्यालयों में कंप्यूटर नहीं है, उन्हें उच्चतम न्यायालय की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सुविधा का उपयोग करने की स्वतंत्रता दी गई है और संबंधित पार्टी (अधिकतम 2 लिंक) के साथ लिंक देखने की अनुमति दी गई है.

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से सुनवाई वीडियों ऐप के माध्यम से आयोजित की जा रही है और उल्लिखित आवेदन को name.sc@sci.nic.in पर भेजा जा सकता है.

भारत के मुख्य न्यायाधीश एस ए बोबडे और न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ ने शीर्ष अदालत द्वारा उठाए गए नए कदम के बारे में अन्वेषण के मामलों की ई फाइलिंग पर वीडियो कॉन्फ्रेंस भी की थी और इसका वीडियो यू ट्यूब के माध्यम से सभी को देखने की अनुमति दी जा सकती है.

नई दिल्ली : जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़, जस्टिस हेमंत गुप्ता और जस्टिस अजय रस्तोगी की अगुवाई वाली सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने आज पूरी तरह से कागज रहित सुनवाई की. तीन जजों को उनके लैपटॉप पर 20 से अधिक सूचीबद्ध मामलों की डिटेल देखते देखा जा सकता था.

इससे पहले भी, लॉकडाउन में एक सुनवाई के दौरान, न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ ने अपने आईपैड का इस्तेमाल करके केस की फाइलें खोलीं थीं लेकिन उनकी पीठ के अन्य न्यायाधीशों ने कागजी दस्तावेज का इस्तेमाल किया था.

चंद्रचूड़ शीर्ष अदालत की ई समिति के अध्यक्ष हैं और वह वर्चुअल सुनवाई प्रणाली को बढ़ाने के लिए उठाए जा रहे कदमों के दौरान अदालतों के सामने पेश आ रहीं चुनौतियों की समीक्षा कर रहे हैं. उन्होंने ऑनलाइन मोड के माध्यम से सुनवाई करने के साथ-साथ उच्च न्यायालयों के साथ बैठकें भी की हैं.

शीर्ष अदालत लॉकडाउन के बाद से वर्चुअल अदालत के माध्यम से मामलों की सुनवाई कर रही है और याचिकाओं को दाखिल करने की सुविधा अब ऑनलाइन माध्यमों से भी की गई है.

पढ़ें-मोदी कैबिनेट के अहम फैसले : सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग को 20 हजार करोड़ का राहत पैकेज

लगभग दो सप्ताह पहले सुप्रीम कोर्ट ने ई-फाइलिंग, सुनवाई और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लिए मामलों का उल्लेख करते हुए मानक संचालन प्रक्रिया भी जारी की थी. जिन अधिवक्ताओं के पास अपने घरों/कार्यालयों में कंप्यूटर नहीं है, उन्हें उच्चतम न्यायालय की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सुविधा का उपयोग करने की स्वतंत्रता दी गई है और संबंधित पार्टी (अधिकतम 2 लिंक) के साथ लिंक देखने की अनुमति दी गई है.

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से सुनवाई वीडियों ऐप के माध्यम से आयोजित की जा रही है और उल्लिखित आवेदन को name.sc@sci.nic.in पर भेजा जा सकता है.

भारत के मुख्य न्यायाधीश एस ए बोबडे और न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ ने शीर्ष अदालत द्वारा उठाए गए नए कदम के बारे में अन्वेषण के मामलों की ई फाइलिंग पर वीडियो कॉन्फ्रेंस भी की थी और इसका वीडियो यू ट्यूब के माध्यम से सभी को देखने की अनुमति दी जा सकती है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.