धर्मशाला : हिमाचल प्रदेश के विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन जहां गहमा-गहमी का माहौल रहा और विपक्ष ने वॉकआउट का रास्ता अपनाया क्योंकि राज्य के मुख्यमंत्री ने कहा कि विधानसभा सत्र के दौरान मिलने वाला अनुदान खत्म कर दिया जाएगा. बता दें कि लोकसभा में यह पहले ही खत्म कर दिया गया है.
विपक्ष और अन्य सदस्यों के साथ चर्चा के बाद हिमाचल में भी सत्र के दौरान खाने पर मिलने वाले अनुदान को खत्म करने का निर्णय लिया है. ये वक्तव्य मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सदन में दिया.
सीएम ठाकुर ने बताया कि बजट सत्र में ये अनुदान बंद हो जाएगा. ठियोग के विधायक राकेश सिंघा ने सीएम के इस फैसले का समर्थन किया और मांग उठाई कि पिछले सदन में विधायकों का जो भत्ता बढ़ा है, उसे भी वापस लिया जाए.
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वहीं, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि इसका कोई वित्तीय लाभ नहीं मिलेगा. इसके लिए तय किया गया है कि जो खाने के लिए सब्सिडी दी जाती थी वह बंद की जाएगी.