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दिल्ली : हवा की गति बढ़ने से वायु गुणवत्ता में धीरे-धीरे हो रहा सुधार

दिल्ली में पिछले एक सप्ताह से जारी प्रदूषण के खतरनाक स्तर में कुछ कमी आई है और अगले कुछ दिनों में वायु गुणवत्ता में थोड़ी ओर बेहतरी की संभावना है. CPCB के मुताबिक, सुबह नौ बजकर 45 मिनट पर सूचकांक 365 दर्ज किया गया, जबकि दोपहर बाद तीन बजकर 45 मिनट पर यह 331 दर्ज हुआ. पढे़ं पूरा विवरण...

हवा की गति बढ़ने से वायु गुणवत्ता में धीरे-धीरे हो रहा सुधार
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Published : Nov 5, 2019, 9:19 PM IST

नई दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हवा की गति बढ़ने से पिछले एक सप्ताह से जारी प्रदूषण के खतरनाक स्तर में कुछ कमी आई और अगले कुछ दिनों में वायु गुणवत्ता में थोड़ी बेहतरी की संभावना है.

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक, सुबह नौ बजकर 45 मिनट पर सूचकांक 365 दर्ज किया गया, जबकि दोपहर बाद तीन बजकर 45 मिनट पर यह 331 दर्ज हुआ.

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के ग्रेटर नोएडा (348), नोएडा (358) गाजियाबाद (351), फरीदाबाद में (311) और गुड़गांव में (328) भी वायु गुणवत्ता में कुछ सुधार हुआ.

वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 0-50 के बीच अच्छा , 51-100 के बीच संतोषजनक, 101-200 के बीच मध्यम, 201-300 के बीच खराब, 301-400 के बीच अत्यंत खराब, 401-500 के बीच गंभीर और 500 के पार ‘बेहद गंभीर माना जाता है.

पढ़ें : सावधान! 2030 तक उत्सर्जित गैसों से 20 सेमी बढ़ जाएगा समुद्री जलस्तर

मौसम विभाग (आईएमडी) ने कहा है कि 25 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार की हवाओं ने प्रदूषकों को तेजी से छितरा दिया है.

आईएमडी के क्षेत्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया, 'पश्चिमी विक्षोभ के कारण बुधवार रात और बृहस्पतिवार को उत्तर-पश्चिम भारत में बारिश के अच्छे आसार हैं. दिल्ली-एनसीआर, जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, पश्चिमी उत्तरप्रदेश में बारिश होगी.

श्रीवास्तव ने कहा कि दृश्यता स्तर दोपहर में सुधरकर 3,000-3500 मीटर हो गया, जो कि सामान्य है.

नई दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हवा की गति बढ़ने से पिछले एक सप्ताह से जारी प्रदूषण के खतरनाक स्तर में कुछ कमी आई और अगले कुछ दिनों में वायु गुणवत्ता में थोड़ी बेहतरी की संभावना है.

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक, सुबह नौ बजकर 45 मिनट पर सूचकांक 365 दर्ज किया गया, जबकि दोपहर बाद तीन बजकर 45 मिनट पर यह 331 दर्ज हुआ.

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के ग्रेटर नोएडा (348), नोएडा (358) गाजियाबाद (351), फरीदाबाद में (311) और गुड़गांव में (328) भी वायु गुणवत्ता में कुछ सुधार हुआ.

वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 0-50 के बीच अच्छा , 51-100 के बीच संतोषजनक, 101-200 के बीच मध्यम, 201-300 के बीच खराब, 301-400 के बीच अत्यंत खराब, 401-500 के बीच गंभीर और 500 के पार ‘बेहद गंभीर माना जाता है.

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मौसम विभाग (आईएमडी) ने कहा है कि 25 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार की हवाओं ने प्रदूषकों को तेजी से छितरा दिया है.

आईएमडी के क्षेत्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया, 'पश्चिमी विक्षोभ के कारण बुधवार रात और बृहस्पतिवार को उत्तर-पश्चिम भारत में बारिश के अच्छे आसार हैं. दिल्ली-एनसीआर, जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, पश्चिमी उत्तरप्रदेश में बारिश होगी.

श्रीवास्तव ने कहा कि दृश्यता स्तर दोपहर में सुधरकर 3,000-3500 मीटर हो गया, जो कि सामान्य है.

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DL-POLLUTION-SAFAR
Strong winds reduced impact of highest farm fire count recorded Monday: SAFAR
         New Delhi, Nov 5 (PTI) States neighbouring Delhi recorded the highest farm fire count on Monday, but it had a small impact on the national capital's air quality, mainly due to strong transport-level winds, the Ministry of Earth Sciences' air quality monitor, SAFAR, said.
         According to SAFAR, states bordering Delhi recorded 4,962 farm fires on Monday, but the share of smoke from crop residue burning in Delhi's PM2.5 concentration was just 14 per cent and came down to 12 per cent on Tuesday.
         However, the concentration is expected to increase to 19 per cent on Wednesday, it said.
         The government's air quality monitoring and forecasting service said though Monday's farm fire count was the highest for the season and the wind direction was northwesterly, Delhi's air quality "continued to recover".
         It was mainly due to faster transport-level winds (40 kilometres per hour) that "rapidly passed over Delhi without descending", SAFAR said.
         It's an illustrative example as to how a combination of several factors like external transport, local emission, and boundary-layer dynamics act together to have a powerful impact, it said.
         However, air quality is likely to deteriorate to the higher end of 'very poor' category or the lower end of 'severe' category during "stable late-night hours and early hours of Wednesday due to reduced wind speed".
         SAFAR said a fresh western disturbance is approaching north India and a change in surface and boundary-layer wind direction is expected by November 7. This will reduce transport of stubble fire plume.
         "Scattered rainfall is expected to further improve AQI to the lower end of the 'very poor' or the 'poor' category by November 8," it said. PTI GVS
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