जयपुर : राजस्थान इंटेलिजेंस ब्रांच ने प्रदेश में विभिन्न सैन्य ठिकानों पर सेना की गतिविधियों की अति गोपनीय और संवेदनशील सूचना पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी से साझा करने के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. राजस्थान पुलिस इंटेलिजेंस की जयपुर यूनिट ने गोपनीय सूचनाएं साझा करने के मामले में चिमनलाल और विकास तिलोतिया नाम के लोगों को गिरफ्तार किया है.
राजस्थान इंटेलिजेंस के एडीजी उमेश मिश्रा के मुताबिक राज्य विशेष शाखा राजस्थान को सैन्य ठिकानों पर सेना की गतिविधियों की अतिगोपनीय संवेदनशील सूचना पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी (ISI) से साझा करने की जानकारी मिली थी. राजस्थान में विभिन्न सैन्य ठिकानों पर सेना की गतिविधियों की अति गोपनीय और संवेदनशील सूचना पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी से साझा करने के संदेह में गंगानगर एफएडी में कार्यरत सिविल डिफेंस कर्मी विकास तिलोतिया निवासी मंडावा जिला झुंझुनू और महाजन फील्ड फायरिंग रेंज बीकानेर में कार्यरत संविदा कर्मी चिमनलाल नायक निवासी बीकानेर को संयुक्त पूछताछ केंद्र में लाकर पूछताछ की गई.
पूछताछ और उनके पास मिले मोबाइल फोनों की जांच में दोनों व्यक्तियों की ओर से सोशल मीडिया का प्रयोग कर सामरिक महत्व की गोपनीय सूचनाएं पाकिस्तानी एजेंट को उपलब्ध कराने की पुष्टि हुई, जिसके बाद इंटेलिजेंस ने धारा 3, 3/9 शासकीय गुप्त बात अधिनियम 1923 में मामला दर्ज कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.
इंटेलिजेंस की जांच में सामने आया है कि दोनों आरोपी सोशल मीडिया के माध्यम से पाकिस्तानी एजेंट को सैन्य ठिकानों की गतिविधियों की गोपनीय जानकारियां पहुंचा रहे थे. प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि विकास तिलोतिया की ओर से जासूसी कर गोपनीय जानकारी देने के एवज में स्वयं और परिजनों के बैंक खातों में धन प्राप्त करने की पुष्टि हुई है, जिसके लिए आगामी अनुसंधान किया जा रहा है.
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चिमन और विकास के परिजनों से विभिन्न एजेंसियों की ओर से पूछताछ की जा रही है. इंटेलिजेंस की गिरफ्त में आए संदिग्धों की गतिविधियों की प्राथमिक विशिष्ट सूचना एमआई लखनऊ की ओर से राज्य विशेष शाखा राजस्थान को दी गई थी, जिस पर संयुक्त रूप से कार्रवाई को अंजाम दिया गया. फिलहाल, दोनों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है. पूछताछ के दौरान और भी कई खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है.