नई दिल्ली: गाजियाबाद में स्वास्थ्य सेवाओं को लगातार बेहतर बनाने की कवायद की जा रही है. मौजूदा समय में क्रिटिकल मरीजों को गाजियाबाद के एमएमजी अस्पताल से दिल्ली और मेरठ रेफर करने की जरूरत पड़ती है. क्रिटिकल मरीज को दिल्ली के जीटीबी अस्पताल और मेरठ के मेडिकल कॉलेज समेत विभिन्न संस्थाओं को रेफर किया जाता है. ऐसे में अब कुछ महीनों के बाद गाजियाबाद के जिला एमएमजी अस्पताल से क्रिटिकल मरीजों को दिल्ली और मेरठ रेफर करने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
जिला एमएमजी अस्पताल परिसर में क्रिटिकल केयर अस्पताल जल्द बनाकर तैयार होगा. ये अस्पताल तैयार होने के बाद गाजियाबाद के लोगों को काफी फायदा होगा. क्रिटिकल मरीजों का इलाज इस अस्पताल में हो सकेगा. फिलहाल स्ट्रक्चर का 70 प्रतिशत से अधिक कार्य पूर्ण हो चुका है. सितंबर 2025 तक अस्पताल को पूर्ण रूप से तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है. क्रिटिकल केयर अस्पताल का तेजी के साथ निर्माण कार्य चल रहा है. स्वास्थ्य विभाग समेत अन्य संबंधित अधिकारियों द्वारा समय-समय पर प्रोग्रेस मॉनिटर की जा रही है.
अस्पताल में 100 बेड की सुविधा होगी: जिला एमएमजी अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ राकेश कुमार के मुताबिक, क्रिटिकल केयर अस्पताल में सुपर स्पेशलिटी डॉक्टर मौजूद होंगे. अस्पताल में 100 बेड की सुविधा होगी. अस्पताल में उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं मौजूद होंगी. पूर्ण रूप से अस्पताल के शुरू होने के बाद मरीजों को जिला एमएमजी अस्पताल से दिल्ली और मेरठ रेफर करने की जरूरत नहीं पड़ेगी. फिलहाल एमएमजी अस्पताल में करीब 200 बेड हैं. नया अस्पताल शुरू होने के बाद 300 बेड की सुविधा मौजूद होगी.
गाजियाबाद के जिला एमएमजी अस्पताल की बिल्डिंग भी काफी पुरानी हो चुकी है. ऐसे में क्रिटिकल केयर अस्पताल तैयार होने के बाद जिला एमएमजी अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग को तोड़कर नया निर्माण किया जाएगा. इस संबंध में अस्पताल प्रशासन द्वारा शासन को पत्र लिखकर अवगत कराया गया है. जिला एमएमजी अस्पताल में आए दिन छत से प्लास्टर गिरने आदि घटनाएं सामने आते रहती है. कई बार अस्पताल कर्मी और मरीज घायल भी हो चुके हैं.
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