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'सेंट्रल हॉल में जहां भी भीड़ इकट्ठा होती थी, लोग समझ जाते थे अरुण जेटली वहां बैठे होंगे'

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Published : Aug 24, 2019, 11:57 PM IST

Updated : Sep 28, 2019, 4:14 AM IST

अरुण जेटली के निवास स्थान पर उनके पार्थिव शरीर का अंतिम दर्शन करने आए समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. पढ़ें पूरी खबर...

रामगोपाल वर्मा

नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का शनिवार को एम्स अस्पताल में निधन हो गया. 67 वर्ष की आयु में उन्होंने अंतिम सांस ली. भारतीय राजनीति से जुड़े तमाम नेता इस मौके पर उन्हें याद कर रहे हैं.

वहीं अरुण जेटली के निवास स्थान पर उनके पार्थिव शरीर का अंतिम दर्शन करने आए समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव ने ईटीवी भारत से अरुण जेटली से जुड़ी यादों को लेकर खास बातचीत.

ईटीवी भारत से बात करते रामगोपाल यादव

'अरुण जेटली की पार्टी से अलग पहचान'
रामगोपाल यादव ने अरुण जेटली के साथ की अपनी यादें साझा करते हुए कहा कि अरुण जेटली अपनी आत्मीयता और आत्मीय संबंधों को लेकर दलगत भावना से इतर सभी पार्टियों में अपनी अलग पहचान रखते थे. रामगोपाल यादव ने यह भी कहा कि संसद भवन के सेंट्रल हॉल में जहां भी भीड़ इकट्ठा होती थी, लोग समझ जाते थे कि अरुण जेटली वहां पर बैठे होंगे.

'खिचड़ी खाकर रामगोपाल बीमार हो गए हैं'
रामगोपाल यादव ने यह भी बताया कि एक बार जब मैं बीमार था, तब नरेश अग्रवाल ने संसद की कैंटीन के खाने को लेकर आवाज उठाई थी कि संसद की खिचड़ी खाकर रामगोपाल बीमार हो गए हैं. जब यह बात अरुण जेटली जी को पता चली, तो उन्होंने मुझसे आकर कहा कि रामगोपाल जी, मैं हर दिन 10 लोगों के लिए खाना मंगाता हूं, आप भी उसी में से खा लिया करें.

पढ़ेंः वित्तमंत्री जेटली के घर दूल्हा बनकर पहुंचे थे सहवाग

'जेटली अपनी एक महत्वपूर्ण पहचान रखते थे'
वहीं रामगोपाल यादव के ये आत्मीय शब्द दिखाते हैं कि किस तरह अरुण जेटली तमाम राजनीतिक दलों के बीच अपनी एक महत्वपूर्ण पहचान रखते थे.

नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का शनिवार को एम्स अस्पताल में निधन हो गया. 67 वर्ष की आयु में उन्होंने अंतिम सांस ली. भारतीय राजनीति से जुड़े तमाम नेता इस मौके पर उन्हें याद कर रहे हैं.

वहीं अरुण जेटली के निवास स्थान पर उनके पार्थिव शरीर का अंतिम दर्शन करने आए समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव ने ईटीवी भारत से अरुण जेटली से जुड़ी यादों को लेकर खास बातचीत.

ईटीवी भारत से बात करते रामगोपाल यादव

'अरुण जेटली की पार्टी से अलग पहचान'
रामगोपाल यादव ने अरुण जेटली के साथ की अपनी यादें साझा करते हुए कहा कि अरुण जेटली अपनी आत्मीयता और आत्मीय संबंधों को लेकर दलगत भावना से इतर सभी पार्टियों में अपनी अलग पहचान रखते थे. रामगोपाल यादव ने यह भी कहा कि संसद भवन के सेंट्रल हॉल में जहां भी भीड़ इकट्ठा होती थी, लोग समझ जाते थे कि अरुण जेटली वहां पर बैठे होंगे.

'खिचड़ी खाकर रामगोपाल बीमार हो गए हैं'
रामगोपाल यादव ने यह भी बताया कि एक बार जब मैं बीमार था, तब नरेश अग्रवाल ने संसद की कैंटीन के खाने को लेकर आवाज उठाई थी कि संसद की खिचड़ी खाकर रामगोपाल बीमार हो गए हैं. जब यह बात अरुण जेटली जी को पता चली, तो उन्होंने मुझसे आकर कहा कि रामगोपाल जी, मैं हर दिन 10 लोगों के लिए खाना मंगाता हूं, आप भी उसी में से खा लिया करें.

पढ़ेंः वित्तमंत्री जेटली के घर दूल्हा बनकर पहुंचे थे सहवाग

'जेटली अपनी एक महत्वपूर्ण पहचान रखते थे'
वहीं रामगोपाल यादव के ये आत्मीय शब्द दिखाते हैं कि किस तरह अरुण जेटली तमाम राजनीतिक दलों के बीच अपनी एक महत्वपूर्ण पहचान रखते थे.

Intro:भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का आज एम्स अस्पताल में निधन हो गया. 67 वर्ष की आयु में उन्होंने अंतिम सांस लिया. भारतीय राजनीति से जुड़े तमाम नेता इस मौके पर उन्हें याद कर रहे हैं. अरुण जेटली के निवास स्थान पर उनके पार्थिव शरीर का अंतिम दर्शन करने आए समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव ने ईटीवी भारत से अरुण जेटली से जुड़ी यादों को लेकर खास बातचीत.


Body:नई दिल्ली: रामगोपाल यादव ने अरुण जेटली के साथ की अपनी यादें साझा करते हुए कहा कि अरुण जेटली अपनी आत्मीयता और आत्मीय संबंधों को लेकर दलगत भावना से इतर सभी पार्टियों में अपनी अलग पहचान रखते थे. रामगोपाल यादव ने यह भी कहा कि संसद भवन के सेंट्रल हॉल में जहां भी भीड़ इकट्ठा होती थी, लोग समझ जाते थे कि अरुण जेटली वहां पर बैठे होंगे.

रामगोपाल यादव ने यह भी बताया कि एक बार जब मैं बीमार था, तब नरेश अग्रवाल ने संसद की कैंटीन के खाने को लेकर आवाज उठाई थी कि संसद की खिचड़ी खा कर रामगोपाल जी बीमार हो गए हैं. जब यह बात अरुण जेटली जी को पता चली, तो उन्होंने मुझसे आकर कहा कि रामगोपाल जी, मैं हर दिन 10 लोगों के लिए खाना मंगाता हूं, आप भी उसी में से खा लिया करें.


Conclusion:रामगोपाल यादव के ये आत्मीय शब्द दिखाते हैं कि किस तरह अरुण जेटली तमाम राजनीतिक दलों के बीच अपनी एक महत्वपूर्ण पहचान रखते थे.
Last Updated : Sep 28, 2019, 4:14 AM IST
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