नई दिल्ली : सोनिया गांधी की अध्यक्षता में कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक शुरू हो गई है. सीडब्लूसी की बैठक शुरू होने के बाद लद्दाख की गलवान घाटी में शहीद हुए कर्नल बी.संतोष बाबू और हमारे बहादुर जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई.
सीडब्लूसी की बैठक में लद्दाख में शहीद हुए जवानों की स्मृति में सीडब्लूसी सदस्यों ने अपनी स्मृति में दो मिनट का मौन रखा. अपनी शुरुआती टिप्पणी में सोनिया गांधी ने कहा, भारत एक भयानक आर्थिक संकट, महामारी और अब, चीन के साथ सीमाओं को लेकर संकट का सामना कर रहा है.
उन्होंने कहा कि प्रत्येक संकट का कारण भाजपा नीत राजग सरकार के कुप्रबंधन और इसके द्वारा गलत नीतियां हैं.
लद्दाख के पैंगॉन्ग त्सो झील क्षेत्र और गैलवान वैली में भारतीय क्षेत्र में चीनी सैनिकों की घुसपैठ के बारे में उल्लेख करते हुए, कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया लगाते हुए कहा, 'घुसपैठ का पता चला और 5 मई, 2020 को सूचना दी गई जिसके बाद स्थिति तेजी से बिगड़ गई और 15-16 जून को हिंसक झड़प हुई. प्रधानमंत्री ने घोषणा की कि लद्दाख में, किसी ने भी घुसपैठ नहीं की.'
उनकी पार्टी की ओर से सोनिया गांधी ने सशस्त्र बलों और सरकार को समर्थन देते हुए कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा और एकता के मामलों पर, राष्ट्र हमेशा एक साथ खड़ा है और इस बार भी खड़ा रहेगा.
हालांकि, लोगों में यह भावना बढ़ रही है कि सरकार ने गंभीर स्थिति को सही से नहीं संभाला है, लेकिन भविष्य में हमें उम्मीद है कि सरकार परिपक्व कूटनीति और निर्णायक नेतृत्व से हमारी क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करेगा. वहीं उन्होंने सरकार से एलएसी के साथ यथास्थिति बहाल करने का आग्रह किया.
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सोनिया गांधी ने कहा, 'आवश्यकता एक बड़े पैमाने पर राजकोषीय प्रोत्साहन है, जो सीधे गरीबों के हाथों में पैसा डाले, छोटे उद्योंगों की मददकर मांग बढ़ा सके, लेकिन इसकी बजाय, सरकार ने एक खोखले वित्तीय पैकेज की घोषणा की है.' उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब कच्चे तेल की कीमतें गिर गई हैं, सरकार ने लगातार 17 दिनों तक पेट्रोल और डीजल की कीमतों में वृद्धि की है. प्रधानमंत्री के आश्वासन के बावजूद, महामारी जारी है.
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Dr. Manmohan Singh says -:
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) June 23, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
“The pandemic is not being tackled with the courage and magnitude and effort needed to tackle the crisis.
Another instance is the crisis on the border, which if not tackled firmly, can lead to a serious situation.
I also endorse Soniaji’s remarks.”
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— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) June 23, 2020
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— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) June 23, 2020
“The pandemic is not being tackled with the courage and magnitude and effort needed to tackle the crisis.
Another instance is the crisis on the border, which if not tackled firmly, can lead to a serious situation.
I also endorse Soniaji’s remarks.”
डॉ. मनमोहन सिंह ने सहमति जताते हुए कहा, 'संकट से निपटने के लिए जिस साहस से प्रयास की आवश्यकता है, उससे इस महामारी का सामना नहीं किया जा रहा है. एक और उदाहरण सीमा पर संकट है, जिससे अगर दृढ़ता से नहीं निपटा जाएगा है, तो गंभीर स्थिति पैदा हो सकती है.'