देहरादून : अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए देश के तमाम हिस्सों से मंदिरों की मिट्टी और नदियों का जल भेजा जा रहा है. इसी क्रम देवभूमि उत्तराखंड से भी चारधाम बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री समेत अन्य मठ-मंदिरों की मिट्टी के साथ ही गंगा-यमुना का पवित्र जल भी अयोध्या भेजा जाएगा. जिसका इस्तेमाल अयोध्या में बनने वाले श्रीराम मंदिर निर्माण में किया जाएगा.
उत्तराखंड से मठ-मंदिरों की मिट्टी और नदियों का जल भेजने का जिम्मा विश्व हिंदू परिषद ने उठाया है.
श्री बदरीनाथ डिमरी धार्मिक पंचायत के अध्यक्ष आशुतोष डिमरी ने बताया कि पांच अगस्त से अयोध्या राम जन्मभूमि में मंदिर का कार्य प्रारंभ हो रहा है. जिसके भूमि पूजन में उत्तराखंड के चारधामों से मिट्टी के साथ ही गंगोत्री और यमुनोत्री से जल भेजा जा रहा है. ऐसे में हमारी परंपरा और आगे बढ़ रही है.
उन्होंने बताया कि बदरीनाथ धाम में भगवान विष्णु की पूजा होती है और उन्हीं का अवतार भगवान राम हैं. लिहाजा, यह भविष्य के लिए एक शुभ संकेत भी है.
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अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए पांच अगस्त को भूमि पूजन होना है. श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए देशभर के प्रमुख स्थलों से मिट्टी व नदियों का पानी अयोध्या भेजा जा रहा है. तीन अगस्त तक देश के तमाम हिस्सों से मिट्टी और नदियों का जल अयोध्या पहुंच जाएगा.
हालांकि, वैश्विक महामारी कोरोना वायरस को देखते हुए कोई बड़ा कार्यक्रम आयोजित नहीं होगा. लिहाजा, मिट्टी और नदियों का जल, कोरियर या फिर डाक के माध्यम से अयोध्या भेजा जाएगा.