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जम्मू-कश्मीर पहुंचे स्मृति ईरानी, अनुराग ठाकुर और पीयूष गोयल, केंद्र की मदद का दिया आश्वासन

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Published : Jan 19, 2020, 11:07 AM IST

Updated : Jan 19, 2020, 10:33 PM IST

मुख्य सचिव बी वी आर सुब्रह्मण्यम ने जम्मू में समीक्षा बैठक के बाद कहा कि बड़े पैमाने पर एक कार्यक्रम के तहत 36 केंद्रीय मंत्री जम्मू-कश्मीर का दौरा करेंगे. केंद्रीय मंत्री 18 से 24 जनवरी तक दौरा कर लोगों को सरकार की नीतियों के बारे में बताएंगे. इसी कड़ी में आज स्मृति ईरानी और अनुराग ठाकुर ने जम्मू-कश्मीर के अलग-अलग जगहों का दौरा किया. पढे़ं पूरा विवरण...

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केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी

नई दिल्ली : केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने रियासी के मुरी गांव में पुल और एक पानी की टंकी का शिलान्यास किया. उन्होंने कहा कि 'आज, मुझे कई विकास परियोजनाओं के लिए आवेदन प्राप्त हुए हैं और उन्हें संसोधित करने का आदेश उपायुक्त द्वारा दिया गया.

जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि गरीब और मध्यम परिवार को लोग टैक्स भरता ताकि कानून के दायरे में काम हो, पारदर्शिता के साथ काम हो और गरीबों को काम मिल सके. इसी उद्देश्य से नरेगा का भी निर्माण किया गया था.

जनसभा करती स्मृति ईरानी

उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद एक नया प्रशसनिक दौर शुरू हुई जहां पर एक गरीब घर की बेटी आकर विकास के कार्यों को समर्पित कर सकती है.

वहीं, कश्मीर पहुंचे केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा है कि मुझे लगता है कि कश्मीरी पंडितों के कश्मीर में वापस आने और उनके अधिकारों को वापस पाने के लिए सही समय आ गया है. वह न केवल समय है, बल्कि जीवन में सब कुछ खो चुके हैं. वह जिस उपचार से गुजरे हैं, उसके लायक नहीं थे, उन्हें अब उम्मीद है.

अनुराग ठाकुर का बयान

उन्होंने सीएए को लेकर कहा कि राहुल गांधी को सीएए को लेकर भ्रम फैलाना बंद कर देना चाहिए हो सकता है उनको भी इस बात का लाभ मिले जाए.

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी आज जम्मू-कश्मीर के कटरा और पंथल क्षेत्रों के दौरे पर हैं. वहीं पीयूष गोयल भी उनके साथ श्रीनगर की यात्रा कर रहे हैं. दोनों केंद्रीय नेताओं का यह दौरा काफी अहम माना जा रहा है.

इस बारे में मुख्य सचिव बी वी आर सुब्रह्मण्यम ने जम्मू में समीक्षा बैठक के बाद कहा कि एक बड़े पैमाने पर कार्यक्रम के तहत 36 केंद्रीय मंत्री जम्मू और कश्मीर में 60 स्थानों का दौरा करेंगे.

रविवार को केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल भी जम्मू-कश्मीर पहुंचे. उन्होंने प्रदेश को देश का 'आभूषण' बताते हुए कहा कि केंद्र सरकार जल्द ही इस केंद्र शासित प्रदेश के लिए औद्योगिक पैकेज लाएगी. गोयल ने उम्मीद जताई कि इससे घाटी में बड़ी मात्रा में निवेश आएगा.

रेलवे और वाणिज्य मंत्री ने यह घोषणा भी की कि कश्मीर को अगले साल दिसंबर तक बाकी देश के साथ रेल मार्ग से जोड़ दिया जाएगा. उन्होंने जोर देकर कहा कि जम्मू-कश्मीर में विकास कार्यों में तेजी आई है, खासतौर से 18 जून, 2018 के बाद, जब पूर्ववर्ती पूर्ण राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा था.

जम्मू हवाईअड्डे पर संवाददाताओं से बात करते हुए गोयल ने कहा, 'मैंने जमीन पर जो (विकास कार्य) देखा, उसकी मुझे बेहद खुशी है और मुझे भरोसा है कि आने वाले दिनों और महीनों में ये प्रक्रिया बिना रुके जारी रहेगी. हम जल्द ही एक औद्योगिक पैकेज लाएंगे और हमें उम्मीद है कि कश्मीर में भारी मात्रा में निवेश आएगा.'

गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने संविधान के अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को निरस्त करने के बाद जम्मू-कश्मीर को मिलने वाले संभावित लाभों से लोगों को अवगत कराने के लिए एक विशेष कार्यक्रम शुरू किया है, जिसके तहत गोयल यहां आए थे.

वह सात केंद्रीय मंत्रियों के दल का हिस्सा थे, जिन्होंने जम्मू पहुंचकर कई जनसभाओं को संबोधित किया और विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन किया. इससे पहले केंद्रीय मंत्रियों का एक दल और यहां आ चुका है.

सूत्रों के मुताबिक, नई दिल्ली में आयोजित मंत्री परिषद की बैठक में प्रधानमंत्री ने केंद्रीय मंत्रियों से कहा कि वह स्थानीय लोगों से बातचीत करें और विकास का संदेश दें.

उन्होंने कहा कि मंत्री वहां के लोगों से मिलकर विभिन्न केंद्रीय योजनाओं की जानकारी भी दें, जिससे जमीनी स्तर पर लोगों को फायदा हो.

साथ ही पीएम ने मंत्रियों से कहा कि उन्हें केवल शहरी इलाकों तक ही सीमित नहीं रहना चाहिए बल्कि गांवों के लोगों से भी मिलना चाहिए और बातचीत करना चाहिए.

पढे़ं : देश के विभाजन के पाप का प्रायश्चित है नागरिकता कानून : प्रताप सारंगी

आपको बता दें, केंद्रीय मंत्री 18 से 24 जनवरी तक जम्मू एवं कश्मीर का दौरा कर लोगों को सरकार की नीतियों के बारे में जानकारी देंगे.

इस कार्यक्रम के तहत 36 केंद्रीय मंत्री 18 जनवरी से केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के विभिन्न जिलों का दौरा करेंगे. इस दौरान जम्मू में 51 और श्रीनगर में आठ दौरे किये जाएंगे.

नई दिल्ली : केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने रियासी के मुरी गांव में पुल और एक पानी की टंकी का शिलान्यास किया. उन्होंने कहा कि 'आज, मुझे कई विकास परियोजनाओं के लिए आवेदन प्राप्त हुए हैं और उन्हें संसोधित करने का आदेश उपायुक्त द्वारा दिया गया.

जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि गरीब और मध्यम परिवार को लोग टैक्स भरता ताकि कानून के दायरे में काम हो, पारदर्शिता के साथ काम हो और गरीबों को काम मिल सके. इसी उद्देश्य से नरेगा का भी निर्माण किया गया था.

जनसभा करती स्मृति ईरानी

उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद एक नया प्रशसनिक दौर शुरू हुई जहां पर एक गरीब घर की बेटी आकर विकास के कार्यों को समर्पित कर सकती है.

वहीं, कश्मीर पहुंचे केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा है कि मुझे लगता है कि कश्मीरी पंडितों के कश्मीर में वापस आने और उनके अधिकारों को वापस पाने के लिए सही समय आ गया है. वह न केवल समय है, बल्कि जीवन में सब कुछ खो चुके हैं. वह जिस उपचार से गुजरे हैं, उसके लायक नहीं थे, उन्हें अब उम्मीद है.

अनुराग ठाकुर का बयान

उन्होंने सीएए को लेकर कहा कि राहुल गांधी को सीएए को लेकर भ्रम फैलाना बंद कर देना चाहिए हो सकता है उनको भी इस बात का लाभ मिले जाए.

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी आज जम्मू-कश्मीर के कटरा और पंथल क्षेत्रों के दौरे पर हैं. वहीं पीयूष गोयल भी उनके साथ श्रीनगर की यात्रा कर रहे हैं. दोनों केंद्रीय नेताओं का यह दौरा काफी अहम माना जा रहा है.

इस बारे में मुख्य सचिव बी वी आर सुब्रह्मण्यम ने जम्मू में समीक्षा बैठक के बाद कहा कि एक बड़े पैमाने पर कार्यक्रम के तहत 36 केंद्रीय मंत्री जम्मू और कश्मीर में 60 स्थानों का दौरा करेंगे.

रविवार को केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल भी जम्मू-कश्मीर पहुंचे. उन्होंने प्रदेश को देश का 'आभूषण' बताते हुए कहा कि केंद्र सरकार जल्द ही इस केंद्र शासित प्रदेश के लिए औद्योगिक पैकेज लाएगी. गोयल ने उम्मीद जताई कि इससे घाटी में बड़ी मात्रा में निवेश आएगा.

रेलवे और वाणिज्य मंत्री ने यह घोषणा भी की कि कश्मीर को अगले साल दिसंबर तक बाकी देश के साथ रेल मार्ग से जोड़ दिया जाएगा. उन्होंने जोर देकर कहा कि जम्मू-कश्मीर में विकास कार्यों में तेजी आई है, खासतौर से 18 जून, 2018 के बाद, जब पूर्ववर्ती पूर्ण राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा था.

जम्मू हवाईअड्डे पर संवाददाताओं से बात करते हुए गोयल ने कहा, 'मैंने जमीन पर जो (विकास कार्य) देखा, उसकी मुझे बेहद खुशी है और मुझे भरोसा है कि आने वाले दिनों और महीनों में ये प्रक्रिया बिना रुके जारी रहेगी. हम जल्द ही एक औद्योगिक पैकेज लाएंगे और हमें उम्मीद है कि कश्मीर में भारी मात्रा में निवेश आएगा.'

गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने संविधान के अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को निरस्त करने के बाद जम्मू-कश्मीर को मिलने वाले संभावित लाभों से लोगों को अवगत कराने के लिए एक विशेष कार्यक्रम शुरू किया है, जिसके तहत गोयल यहां आए थे.

वह सात केंद्रीय मंत्रियों के दल का हिस्सा थे, जिन्होंने जम्मू पहुंचकर कई जनसभाओं को संबोधित किया और विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन किया. इससे पहले केंद्रीय मंत्रियों का एक दल और यहां आ चुका है.

सूत्रों के मुताबिक, नई दिल्ली में आयोजित मंत्री परिषद की बैठक में प्रधानमंत्री ने केंद्रीय मंत्रियों से कहा कि वह स्थानीय लोगों से बातचीत करें और विकास का संदेश दें.

उन्होंने कहा कि मंत्री वहां के लोगों से मिलकर विभिन्न केंद्रीय योजनाओं की जानकारी भी दें, जिससे जमीनी स्तर पर लोगों को फायदा हो.

साथ ही पीएम ने मंत्रियों से कहा कि उन्हें केवल शहरी इलाकों तक ही सीमित नहीं रहना चाहिए बल्कि गांवों के लोगों से भी मिलना चाहिए और बातचीत करना चाहिए.

पढे़ं : देश के विभाजन के पाप का प्रायश्चित है नागरिकता कानून : प्रताप सारंगी

आपको बता दें, केंद्रीय मंत्री 18 से 24 जनवरी तक जम्मू एवं कश्मीर का दौरा कर लोगों को सरकार की नीतियों के बारे में जानकारी देंगे.

इस कार्यक्रम के तहत 36 केंद्रीय मंत्री 18 जनवरी से केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के विभिन्न जिलों का दौरा करेंगे. इस दौरान जम्मू में 51 और श्रीनगर में आठ दौरे किये जाएंगे.

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Smriti irani to visit JK today



Union minister Smriti Irani will visit Katra and Panthal areas of Reasi district on January 19, while on the same day her cabinet colleague Piyush Goyal will be in Srinagar.



As part of a massive outreach programme, 38 central ministers will visit 60 locations in Jammu and Kashmir starting from Saturday, Chief Secretary B V R Subrahmanyam said after a review meeting in Jammu.



At a meeting of the Council of Ministers in New Delhi, the prime minister asked the ministers to spread the message of development during their interaction with the locals, the sources said.



They were also asked to spread the message about the various central schemes which will benefit the people at grassroots level.



He said the ministers should not restrict themselves to the urban areas but meet people in villages also to inform about the developmental work carried out by the central government in Jammu and Kashmir.



The 38 Union ministers will visit different districts in both the divisions of the Union Territory starting from January 18 to January 24 and the home ministry is coordinating it.



There will be 51 visits to Jammu and eight to Srinagar.


Conclusion:
Last Updated : Jan 19, 2020, 10:33 PM IST
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