श्रीनगर: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम 2019 को अपनी मंजूरी दी. हाल ही में 17वीं लोकसभा के पहले सत्र के दौरान संसद के दोनों सदनों में इससे संबंधित विधेयक पारित किया गया था, जिसके तहत जम्मू-कश्मीर राज्य दो भागों में विभाजित होगा.
जम्मू एवं कश्मीर को विधानसभा के साथ केंद्र शासित प्रदेश जबकि लद्दाख को बिना विधानसभा के केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया है.
वहीं, कश्मीर घाटी में लोगों को स्थानीय मस्जिदों में शुक्रवार की नमाज अदा करने की अनुमति देने पर प्रतिबंधों में ढील दी गई. दरअसल, एक कथित आतंकी खतरे और धारा 370 के प्रावधानों के संशोधन के बाद घाटी कई दिनों से भारी सुरक्षा घेरे में है.
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जम्मू कश्मीर के डोडा और किश्तवाड़ जिलों में शुक्रवार को कर्फ्यू में ढील दी गई और जम्मू में अपराध प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत लगी निषेधाज्ञा शुक्रवार को वापस ले ली गई जिससे जनजीवन फिर से सामान्य होने का मार्ग प्रशस्त हुआ. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
केन्द्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान में मौजूद प्रावधानों में बदलावों के मद्देनजर यह निषेधाज्ञा लगायी गयी थी. उन्होंने बताया कि कठुआ, सांबा और उधमपुर जिलों में स्थिति कुल मिलाकर सामान्य रही और वहां ज्यादातर शैक्षणिक संस्थान शुक्रवार को फिर से खुले.
अधिकारियों ने बताया कि पुंछ, राजौरी और रामबन जिलों में हालांकि पाबंदियां लागू रहेंगी. एक आधिकारिक आदेश के अनुसार जम्मू जिला प्रशासन ने केन्द्र के कदम के मद्देनजर पांच अगस्त को धारा 144 के तहत लगाई निषेधाज्ञा को शुक्रवार को वापस ले लिया.
जम्मू की जिला मजिस्ट्रेट सुषमा चौहान की ओर से जारी आदेश के अनुसार, सभी स्कूल, कॉलेज और शिक्षण संस्थान 10 अगस्त से सामान्य कामकाज शुरू कर सकते हैं. किश्तवाड़ के जिला विकास आयुक्त अंग्रेज सिंह राणा ने बताया कि नगर के विभिन्न हिस्सों में चरणबद्ध तरीके से कर्फ्यू में एक घंटे की ढील दी गई.
राणा ने को बताया, 'पूरे जिले में शुक्रवार की नमाज शांतिपूर्ण ढंग से अदा की गई. उन्होंने बताया कि कर्फ्यू में पहली बार शाम 4 से 5 बजे तक वासर, संगरभट्टा और गिरिनगर के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों में ढील दी गई और फिर शाम 6 बजे से 7 बजे तक पोचल-बी, हट्टा, सरकूट और भगवान मोहल्ला इलाकों में ढील दी गई.'
उन्होंने बताया कि स्थिति शांतिपूर्ण रही और शनिवार को शहर और इसके आसपास के अन्य हिस्सों में कर्फ्यू में ढील दी जाएगी. अधिकारियों ने बताया कि चरणबद्ध तरीके से डोडा जिले के भद्रवाह शहर और उसके आस-पास के इलाकों में कर्फ्यू में ढील दी गई. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि सांबा, उधमपुर और कठुआ जिलों के ज्यादातर शैक्षणिक संस्थानों में शुक्रवार को गतिविधियां सामान्य रही.