नई दिल्ली: अयोध्या में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मामले पर सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार से सुनवाई शुरू कर दी है. इस मामले पर संविधान पीठ सुनवाई कर रही है, जिसकी अगुवाई खुद चीफ जस्टिस रंजन गोगोई कर रहे हैं. इस विषय पर ईटीवी भारत ने राम जन्मभूमि आन्दोलन से जुड़े कैप्टन सिकंदर रिजवी से बात की. रिज़वी ने कहा की रामजन्मभूमि पर जल्द ही फैसला होगा.
रिजवी कहते हैं कि उन्हें पूरा भरोसा है कि राम मंदिर के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट अब जल्द ही अपना फैसला सुनाने वाली है. हालांकि उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों में समझौते की बात की जाए तो वह किसी भी तरफ से सुलझती नजर नहीं आ रही है.
कैप्टन रिजवी ने कहा कि 2003 में जब अटल बिहारी की सरकार थी उस वक्त भी दोनों पक्षों के बीच में मध्यस्था की कोशिश की गई थी, लेकिन उनकी सरकार जाने के बाद मध्यस्ता बीच में ही रुक गई.
कैप्टन रिजवी ने कहा कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने भी अयोध्या में उस विवादित स्थल पर खुदाई की थी, जिसमें मंदिर के अवशेष मिले थे. कैप्टन रिजवी ने कहा कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और बाबरी मस्जिद एक्शन कमिटी यह पहले ही कह चुकी है कि यदि सुप्रीम कोर्ट का फैसला अयोध्या में राम मंदिर बनाने के पक्ष में आता है तो वो स्वीकार होगा.
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आगे वे कहते हैं कि जब मुस्लिम पक्ष इस फैसले के लिए तैयार है तो फिर इस बात पर अभी तक झगड़ा क्यों हो रहा है. रिजवी ने कहा कि विवादित स्थल पर मुस्लिम समाज के लोग मस्जिद नहीं बना सकते हैं क्योंकि शरीयत के हिसाब से वहां पर नमाज नहीं पढ़ी जा सकती है, लेकिन हिंदू धर्म के लोग वहां पर मंदिर बना सकते हैं. उन्होंने कहा कि इसलिए मैं समझता हूं कि दोनों पक्षों में जल्द से जल्द समझौता हो जाए, ताकि इसका असर समाज के बाकी लोगों पर ना पड़े.