रांची : झारखंड के रामगढ़ जिले के पतरातू डैम के पास स्थित लेक रिसॉर्ट पर्यटन स्थल बनाए जाने के बाद यहां पर्यटक दूर-दूर से आने लगे हैं. लोग यहां की हसीन वादियों और लेक रिसॉर्ट का लुत्फ उठा रहे हैं. ठंड शुरू होते ही यहां साइबेरियन पक्षियों का आना शुरू हो गया है. इन मेहमानों को देखने के लिए पर्यटक बरबस ही खिंचे चले आते हैं.
हजारों किलोमीटर की दूरी तय करते हैं ये पक्षी
नलकारी नदी पर बने पतरातू डैम में प्रवासी पक्षियों का आगमन शुरू हो गया है. ठंड का मौसम शुरू होते ही ये साइबेरियन पक्षी यहां आते हैं और अपनी चहचहाहट से पर्यटकों का मन मोह लेते हैं. मेहमान साइबेरियन पक्षी विदेशों से हजारों किलोमीटर का सफर तय कर हर साल यहां आते हैं. सफेद रंग के इन पक्षियों की चोंच और पैर नारंगी रंग के होते हैं.
बता दें, रूसी प्रांत साइबेरिया बहुत ही ठंडी जगह है, जहां नवंबर से लेकर मार्च तक तापमान जीरो से 50-60 डिग्री सेल्सियस तक नीचे चला जाता है. इस तापमान में इन पक्षियों का जिंदा रह पाना बहुत मुश्किल हो जाता है. इसीलिए ये पक्षी हजारों किलोमीटर की दूरी करके भारत आते हैं.
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पर्यटकों के लिए आकर्षण का मुख्य केंद्र
पतरातू लेक रिसॉर्ट पहुंचते ही डैम किनारे सैकड़ों की संख्या में साइबेरियन पक्षी पर्यटकों का मनोरंजन करते हैं और अद्भुत नजारा पेश करते हैं. डैम के नीले पानी में ये विदेशी पक्षी अठखेलियां करते नजर आते हैं. दिसंबर से फरवरी तक ये डैम के चारों ओर उड़ान भरकर पर्यटक और सैलानियों को लुभाते हैं. प्रवासी पक्षियों की यह पसंदीदा जगह भी है.
यहां ठंड का मौसम शुरू होते ही पक्षियों का कलरव देखने को मिलता है. इस दौरान सैलानी भी काफी रोमांचित होते हैं और इन्हें देखने के लिए दूर-दूर से आते हैं. सैलानियों का कहना है कि पहले के मुकाबले पतरातू डैम लेक रिसॉर्ट में काफी कुछ काम हुआ है. यहां मनोरंजन की सभी सुविधा देखने को मिल रही है. साथ ही साथ डैम में साइबेरियन पक्षियों का कोलाहल और अठखेलियां काफी रोमांचित करता है.