नई दिल्ली : शिवसेना ने कहा कि यदि भाजपा सरकार राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी ) को जबरन लाने का प्रयास करेगी तो हम उसका विरोध करेंगे.
लोकसभा में राष्ट्रपति भाषण के बाद धन्यवाद प्रस्ताव में शिवसेना सांसद विनायक बी राउत ने भाग लिया. उन्होंने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि बेरोजगारी जैसी समास्या को अनदेखा किया जा रहा है, एनआरसी के माध्यम से देश को गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा है.
विनायक ने कहा यदि सरकार एनआरसी को दबावपूर्ण थोपेगी तो हम उसका विरोध करेंगे. देश के लोग इसके विरोध में होंगे.
विपक्ष ने आरोप लगाया कि राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) के माध्यम से सरकार एनआरसी को लाने की कोशिश कर रही है. सरकार ने कहा कि एनपीआर और एनआरसी के बीच कोई संबंध नहीं है.
राउत ने कहा कि पार्टी ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के पारित होने पर सरकार का समर्थन किया है, लेकिन देश में कितने शरणार्थी आए हैं, इसकी प्रश्न का सरकार द्वारा जवाब नहीं दिया गया है.
उन्होंने यह भी पूछा कि अनुच्छेद 370 खत्म होने के बाद से दूसरे राज्यों के कितने लोग जम्मू-कश्मीर जा सकते हैं और अपना व्यवसाय स्थापित कर सकते हैं.
पढ़ें : केंद्र सरकार चाहती है देश का माहौल बिगड़े : संजय राउत
राउत ने कहा कि सरकार में हिम्मत है तो वीर सावरकर को भारत रत्न देना चाहिए.
उन्होंने कहा कि हिंदुत्व के मुद्दे पर शिवसेना मुसीबत मत लीजिए.