मुम्बई : शिवसेना नेता संजय राउत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की इस धमकी पर ध्यान नहीं देने की अपील की कि यदि भारत ने हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन दवा का निर्यात नहीं किया तो अमेरिका बदले की कार्रवाई करेगा.
कोरोना वायरस के मुद्दे पर वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बुलायी गयी विभिन्न नेताओं की बैठक में शामिल होने के बाद यहां राउत ने कहा कि प्रधानमंत्री ने संकेत दिया कि लॉकडाउन बढ़ाया जा सकता है क्योंकि यह एकमात्र विकल्प है.
राउत ने कहा, मैंने उनसे कहा कि वह जो भी निर्णय लेंगे, पार्टी (शिवसेना) उसका समर्थन करेगी.
ट्रंप ने भारत को चेतावनी दी है कि यदि वह उनके निजी अनुरोध के बावजूद मलेरिया रोधी दवा हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन का निर्यात नहीं करता है तो अमेरिका बदले की कार्रवाई कर सकता है. उन्होंने कहा कि वह नकारात्मक नतीजे से आश्चर्यचकित होंगे क्योंकि भारत का अमेरिका के साथ अच्छा संबंध है।
राउत ने कहा, यदि अमेरिका भारत से दोस्त के रूप में मदद मांगता है तो सहायता देना कर्तव्य बन जाता है लेकिन धमकी देना हमारे देश का अपमान है और प्रधानमंत्री को जवाब देना चाहिए.
शिवसेना के संसदीय दल के नेता ने कहा कि उन्होंने पार्टी की ओर से अपने विचार रखे और प्रधानमंत्री को कोरोना वायरस से निपटने में सभी प्रकार की सहायता का आश्वासन दिया.
संजय राउत बोले- दवा निर्यात को लेकर ट्रंप की धमकी पर ध्यान नहीं दें पीएम
ट्रंप ने भारत को चेतावनी दी थी कि यदि वह उनके निजी अनुरोध के बावजूद मलेरिया रोधी दवा हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन का निर्यात नहीं करता है तो अमेरिका बदले की कार्रवाई कर सकता है.
मुम्बई : शिवसेना नेता संजय राउत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की इस धमकी पर ध्यान नहीं देने की अपील की कि यदि भारत ने हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन दवा का निर्यात नहीं किया तो अमेरिका बदले की कार्रवाई करेगा.
कोरोना वायरस के मुद्दे पर वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बुलायी गयी विभिन्न नेताओं की बैठक में शामिल होने के बाद यहां राउत ने कहा कि प्रधानमंत्री ने संकेत दिया कि लॉकडाउन बढ़ाया जा सकता है क्योंकि यह एकमात्र विकल्प है.
राउत ने कहा, मैंने उनसे कहा कि वह जो भी निर्णय लेंगे, पार्टी (शिवसेना) उसका समर्थन करेगी.
ट्रंप ने भारत को चेतावनी दी है कि यदि वह उनके निजी अनुरोध के बावजूद मलेरिया रोधी दवा हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन का निर्यात नहीं करता है तो अमेरिका बदले की कार्रवाई कर सकता है. उन्होंने कहा कि वह नकारात्मक नतीजे से आश्चर्यचकित होंगे क्योंकि भारत का अमेरिका के साथ अच्छा संबंध है।
राउत ने कहा, यदि अमेरिका भारत से दोस्त के रूप में मदद मांगता है तो सहायता देना कर्तव्य बन जाता है लेकिन धमकी देना हमारे देश का अपमान है और प्रधानमंत्री को जवाब देना चाहिए.
शिवसेना के संसदीय दल के नेता ने कहा कि उन्होंने पार्टी की ओर से अपने विचार रखे और प्रधानमंत्री को कोरोना वायरस से निपटने में सभी प्रकार की सहायता का आश्वासन दिया.