पुणे : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार ने कहा है कि सीएए और एनआरसी देश के सामने मौजूद गंभीर मुद्दों से ध्यान हटाने के प्रयास हैं. उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक ही नहीं, जो कोई भी देश की एकता एवं प्रगति के बारे में सोचता है, वह सीएए और एनआरसी का विरोध कर रहा है.
बकौल शरद पवार, नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) देश की धार्मिक, सामाजिक एकता और सौहार्द को बिगाड़ेगा तथा उसे आहत करेगा.
पवार ने एक सवाल के जवाब में कहा कि बिहार समेत राजग के शासन वाले आठ राज्यों ने कानून को लागू करने से इनकार कर दिया है और महाराष्ट्र का भी रुख यही रहना चाहिए.
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उन्होंने पूछा, 'सीएए भले ही केंद्रीय कानून हो, लेकिन इसे लागू राज्यों को करना है. लेकिन क्या राज्यों के पास ऐसा करने के लिए संसाधन एवं तंत्र हैं.'
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने एल्गार परिषद मामले में कार्यकर्ताओं के खिलाफ पुणे पुलिस की कार्रवाई की भी एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अगुआई में एसआईटी जांच कराने की मांग की.