कोच्चिः केरल उच्च न्यायालय की एक खंडपीठ के फैसले के बाद केरल में पिनाराई विजयन सरकार को एक बड़ा झटका लगा है, जिसमें कहा गया कि सीबीआई पिछले साल कासरगोड में पेरिया के पास दो युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं की हत्या के मामले की जांच करेगी.
यह विजयन सरकार थी जो बचाव के लि हाई प्रोफाइल वकीलों को लाई थी मगर बात नहीं बनी. पिनाराई विजयन सरकार ने एकल पीठ के फैसले के खिलाफ डिवीजन बेंच का दरवाजा खटखटाने का फैसला किया था. पिछले साल 17 फरवरी को हत्याएं हुई थीं.
पीड़ितों के परिवार के सदस्य और कांग्रेस पार्टी इन हत्याओं की सीबीआई जांच की मांग कर रही थी, जिसमें आरोप लगाया गया है कि जिले के वरिष्ठ सीपीआई-एम नेताओं ने दो युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं को खत्म करने की साजिश रची. सीपीपी-एम के एक स्थानीय नेता ए. पीतांबरन इस मामले में मुख्य आरोपी हैं और गिरफ्तार किेए जा चुके हैं.
19 वर्षीय कांग्रेस के कार्यकर्ता कृपेश और 24 वर्षीय शरत लाल (जोशी) पर एक कार्यक्रम से लौटते समय तीन मोटरसाइकिल सवार लोगों ने हमला किया. कासगोड जिला अस्पताल में कृपेश की मृत्यु हो गई और जोशी ने कर्नाटक के मंगलुरु में अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया.
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