सलेम : तमिलनाडु के सलेम में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक बुजुर्ग को मरा समझ उनके रिश्तेदार ने फ्रीजर बॉक्स में रख दिया, ताकि परिवार के आने तक शव खराब न हो पाए, लेकिन हैरानी वाली बात ये है कि 24 घंटे तक फ्रीजर में रहने के बाद भी बुजुर्ग सही सलामत हैं.
डीएमके के पूर्व पार्षद और पुलिस द्वारा समय पर हुई कार्रवाई के चलते एक 73 वर्षीय व्यक्ति की जान बचा ली गई, जिसे उसके ही भाई ने 24 घंटे तक फ्रीजर बॉक्स में रख दिया था. डॉक्टर इसे किसी चमत्कार से कम नहीं मान रहे. फिलहाल बुजुर्ग अस्पताल में भर्ती हैं और उनकी हालत में सुधार हो रहा है.
कंदमपट्टी में ओल्ड हाउसिंग बोर्ड के 73 वर्षीय बालासुब्रमण्या कुमार अपने छोटे भाई सरवनन के साथ रहते हैं. सोमवार को सरवनन ने शहर में एक फ्रीजर बॉक्स कंपनी से संपर्क किया था और उनसे बालासुब्रमण्या कुमार के शरीर को रखने के लिए एक बॉक्स देने के लिए कहा था. उनके अनुरोध पर कर्मचारियों ने शाम चार बजे के आस-पास सरवनन के घर पर बॉक्स रखवा दिया.
उन्होंने सरवनन को सूचित किया कि वे मंगलवार शाम को बॉक्स को वापस ले लेंगे. जब फ्रीजर बॉक्स कंपनी के कर्मचारी बॉक्स को वापस लेने के लिए मंगलवार शाम चार बजे के करीब घर आए, तो उन्होंने फ्रीजर बॉक्स के अंदर रखे शरीर में कुछ गति देखी. इस पर चौंककर उन्होंने डीएमके के पूर्व डीएमके पार्षद वी. देवलिंगम को इस बारे में बताया.
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पूछताछ की गई तो सरवनन ने जवाब दिया कि 'आत्मा' अभी भी बालासुब्रमण्या के शरीर में थी और वह शरीर से निकलने का इंतजार कर रही थी. इस बात को सुनकर हैरान पूर्व पार्षद देवलिंगम ने सुरमंगलम पुलिस को सचेत किया और बालसुब्रमण्या को फ्रीजर बॉक्स से सुरक्षित बाहर निकलवाकर इलाज के लिए अस्पताल भेजा.
पुलिस के मुताबिक, बालासुब्रमण्या कुमार के भाई सरवनन ने सोमवार को फ्रीजर बॉक्स किराए पर लिया था. उन्होंने फ्रीजर बॉक्स कंपनी के कर्मचारी को कहा गया था कि उनके भाई का निधन हो गया है, इसलिए उन्हें फ्रीजर बॉक्स की जरूरत है. पुलिस के मुताबिक, छोटे भाई की दिमागी हालत ठीक नहीं है. फिलहाल डॉक्टर की सलाह के बाद उनसे पूछताछ की जाएगी.