रायपुर/भुवनेश्वर : छत्तीसगढ़ और ओडिशा के नक्सल प्रभावित जिलों में नक्सल गतिविधियां बढ़ गई हैं. नक्सलियों ने एलान किया है कि वह आज से मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों के लिए 'शहीद सप्ताह' मनाएंगे. इसको देखते हुए दोनों राज्यों के नक्सल प्रभावित इलाकों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं, जिससे उनके नापाक इरादों पर पानी फेरा जा सके.
बता दें कि नक्सली आज से इस सप्ताह को मना रहे हैं. इस बीच छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के स्मारक को ध्वस्त कर दिया है.
छत्तीसगढ़ के ही कांकेर जिले के पखांजूर थाना से महज तीन किलोमीटर की दूरी पर नक्सलियों ने पर्चे फेंके और बैनर लगाए. नक्सलियों ने बैनर में मई महीने में राजनांदगांव जिले के मदनवाड़ा मुठभेड़ में मारे गए चारों नक्सलियों का जिक्र किया है. इसके साथ ही उन्हें 'अमर शहीद' बताते हुए 28 जुलाई से तीन अगस्त तक नक्सली शहीद सप्ताह मनाने का एलान किया है.
नक्सलियों ने सोमवार को भी अन्तागढ़ ब्लॉक के ताड़ोकी में भी पर्चे फेंके थे. इसके अलावा नक्सलियों ने पखांजुर से कापसी जाने वाले मार्ग पर बैनर, पोस्टर और पर्चे लगाकर ब्लॉक मुख्यालय के नजदीक अपनी उपस्तिथि दर्ज करवाई है.
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इस बीच ओडिशा के मलकानगिरी में भी सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस ने ओडिशा के जंगलों समेत छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना से लगती सीमा पर भी गतिविधि को बढ़ा दिया है.
हाल में हुई मुठभेड़
सोमवार सुबह ही छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के करियामेटा कैम्प में नक्सलियों ने गोलीबारी की थी, जिसमें सीएएफ का एक जवान शहीद हो गया. वहीं, ओडिशा में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में दो नक्सलियों के मारे जाने के बाद से जिले में निगरानी बढ़ा दी गई है.