भोपाल : मध्य प्रदेश के 28 विधानसभा क्षेत्रों में होने वाले उप-चुनाव के प्रचार का दौर थम गया है. रविवार को पूरे दिन राजनेताओं का रोड-शो और जनसभाओं का दौर चलता रहा. अब उम्मीदवार मतदाताओं से सीधे संवाद करने के लिए घर-घर जाकर दस्तक देंगे. राज्य में कुल 355 उम्मीदवार मैदान में है. भाजपा, कांग्रेस और बसपा ने सभी 28 सीटों पर उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारे है तो वहीं सपा के 14 उम्मीदवार भाग्य आजमा रहे है.
तीन नवंबर को मतदान होने वाला है और चुनावी नतीजे 10 नवंबर को आएंगे. यह चुनाव राज्य की सरकार के लिए तो मायने वाले है ही साथ में राज्य के प्रमुख नेता मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान, पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्येातिरादित्य सिंधिया, भाजपा प्रदेषाध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा तो पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के सियासी वजूद से भी जुड़े हुए हैं.
यही कारण रहा कि इस चुनाव में भाजपा और कांग्रेस की कमान राज्य के प्रमुख नेताओं के हाथ में ही रही. चुनाव प्रचार के अंतिम दिन चुनाव प्रचार का दौर थमने से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान का देवास के हाटपिपल्या, मंदसौर के सुवासरा,आगर मालवा में रोड शो किया, वहीं ब्यावरा में जनसभा हुई.
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वहीं प्रदेशाध्यक्ष शर्मा ने मुरैना व ग्वालियर में जनसभाएं की. सिंधिया मेहगांव, भांडेर, करैरा और अशोक नगर में जनसभा कर अपने उम्मीदवार के पक्ष में वोट मांगे. इसी तरह केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर अंबाह व पोरसा और पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती की करैरा व अशोक नगर मे सभाएं हुईं.
कांग्रेस की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने मुरैना में रोड शो और जनसभा किया. इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण यादव, पूर्व मंत्री जीतू पटवारी, सज्जन सिंह वर्मा, सचिन यादव आदि सक्रिय रहे.
चुनावी शोर थमने के बाद अब उम्मीदवार और उनके समर्थकों का मतदाताओं के घर-घर पर दस्तक देने का अभियान शुरू हो गया है. उम्मीदवार मतदाताओं से तरह-तरह के वादे कर रहे हैं और उनकी समस्याओं के निदान का भरोसा दिलाने में लगे हैं.