लखनऊ : पुष्पक एक्सप्रेस (लखनऊ से मुंबई) के थर्ड एसी कोच में बुधवार को ऊपर की सीट टूटकर नीचे गिर पड़ी. इससे निचली सीट पर बैठी महिला यात्री और एक मासूम बच्ची बुरी तरह जख्मी हो गए. महिला यात्री के साथ छह माह की दुधमुंही बच्ची के पैर में चोट आई. इस दुर्घटना की रेलवे प्रशासन को सूचना दी गई, लेकिन लखनऊ में चोटिल यात्रियों को इलाज कानपुर में मिल सका.
पुष्पक एक्सप्रेस बुधवार शाम लखनऊ जंक्शन के प्लेटफ़ॉर्म नंबर छह से रात पौने आठ बजे रवाना हुई. ट्रेन के जंक्शन से निकलते ही रास्ते में थर्ड एसी की एक बोगी में दुर्घटना हो गई. थर्ड एसी बोगी बी-1 की सीट संख्या 6, 8 व 24 पर परिवार के साथ यात्रा कर रहे यात्री दीपक के मुताबिक साइड की ऊपरी बर्थ नंबर 24 पर उनकी बेटी ऐशानी थी.
कमजोर थी सीट की वेल्डिंग
यात्री दीपक का कहना है कि अपर बर्थ वेल्डिंग से जुड़ी हुई थी, जो पूरी वेल्डिंग के साथ टूटकर नीचे गिर गई. कमजोर वेल्डिंग की वजह से सीट टूटने के मामले में यात्रियों ने कहा कि यह रेलवे की गलती है. लेकिन खामियाजा यात्रियों को भुगतना पड़ा. उन्हें अपनी यात्रा कैंसिल करनी पड़ी.
अचानक उसकी सीट टूटकर नीचे गिर गई. इससे नीचे की साइड लोअर बर्थ पर यात्रा कर रही रिश्तेदार ऋषिका माथुर अपनी दुधमुंही बच्ची के साथ सफर कर रही थी. ऊपर की सीट महिला के ऊपर गिरने से वह बुरी तरह जख्मी हो गई, जबकि ऊपर की सीट पर लेटी ऐशानी को भी चोट लग गई. ऐशानी के पैर जख्मी हो गए जबकि ऋषिका के कंधे में चोटें आईं. यात्रियों ने सीट हटाकर किसी तरह ऋषिका को बाहर निकाला.
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इसके बाद टीटीई को बोगी के अंदर हुई दुर्घटना की जानकारी दी और मामला रेलवे के सीनियर अफसरों के संज्ञान में लाया गया. ट्रेन के कानपुर पहुंचने पर चोटिल हुए लोगों को इलाज मिला. वे यात्रा कैंसिल कर कानपुर में उतर गए.
बता दें कि पुष्पक एक्सप्रेस की मेंटेनेंस व धुलाई का काम पूर्वोतर रेलवे की ऐशबाग कोचिंग डिपो में होता है. ट्रेन की बोगियां जर्जर हो रही हैं, लेकिन सही से इन्हें मेंटेन नहीं किया जा रहा है.