नई दिल्ली: पाकिस्तान स्थित ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर भीड़ द्वारा किए गए हमले को लेकर दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग के बाहर विरोध प्रदर्शन हुआ. इसी क्रम में विरोध कर रहे बजरंग दल व दुर्गा वाहिनी कार्यकर्ताओं की सुरक्षा बलों से हाथापाई देखने को मिली.
दरअसल. ननकाना साहिब गुरुद्वारे हमले के विरोध में मंगलवार को दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग के पास बजरंग दल व दुर्गा वाहिनी के कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन करने के लिए इकठ्ठा हुए थे. इस विरोध प्रदर्शन में सिख समुदाय के भी लोग शामिल हुए.
प्रदर्शन के दौरान बजरंग दल, दुर्गा वाहिनी कार्यकर्ताओं और सुरक्षा बलों के बीच हाथापाई हुई. फिलहाल पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया है.
पाकिस्तान उच्चायोग के सामने विरोध प्रदर्शन कर रहे आरएसएस नेता आलोक कुमार ने कहा, 'हम पाकिस्तान को बताना चाहते हैं कि जिस तरह पाकिस्तान के लिए मक्का मदीना पवित्र है, उसी तरह हमारे लिए ननकाना साहिब पवित्र है.जब उसकी तरफ अंगुली उठती है, तो हमसे सहन नहीं होता.'
आलोक कुमार ने कहा कि आज पाकिस्तान में हर जगह विद्रोह हो रहा है, पाकिस्तान अपने अस्तित्व के संकट से जूझ रहा है और अगर वह अल्पसंख्यकों की रक्षा करेगा तो एक देश की तरह नहीं रह पाएगा.
विरोध प्रदर्शन को देखते हुए पाकिस्तान हाई कमीशन के पीछे की तरफ नीति मार्ग पर भारी सुरक्षा बलों की तैनाती की गई. पाकिस्तान उच्चायोग को जाने वाली सड़क से पहले बैरिकेडिंग कर दी गई थी और भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात कर दिए गए ताकि किसी तरह भी यह विरोध मार्च पाकिस्तान उच्चायोग से मेन गेट तक न पहुंच सके.
हालांकि प्रदर्शनकारी पाकिस्तान उच्चायोग के मेन गेट पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का पुतला फूंक कर अपना विरोध जताना चाहते थे.
प्रदर्शनकारी पाकिस्तान उच्चायोग के मुख्य द्वार तक जा कर प्रदर्शन करना चाहते थे, लेकिन उन्हें नीति मार्ग पर ही रोक दिया गया. बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने पाकिस्तान का झंडा जला कर अपना विरोध जताया और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का पुतला दहन भी करना चाहते थे, लेकिन ऐसा करने से पहले ही सुरक्षकर्मीयों ने उन्हें रोक लिया और कुछ लोगों को हिरासत में भी ले लिया.
कुल मिलाकर यह विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्ण और सांकेतिक रहा. सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पुलिसकर्मीयों ने विरोध मार्च को चाणक्य्पुरी के नीति मार्ग से आगे नहीं बढ़ने दिया और कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में भी लिया गया.