बेंगलुरु : प्रख्यात वैज्ञानिक वीके सारस्वत ने कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए स्कूलों में शिफ्ट व्यवस्था लागू करने और ऑनलाइन कक्षाएं जारी रखने का सुझाव दिया है. इससे रचनात्मकता को बढ़ावा मिलेगा और प्रोजेक्ट आधारित शिक्षण पर भी ध्यान केंद्रित होगा.
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के पूर्व महानिदेशक वीके सारस्वत ने कोविड-19 वैश्विक महामारी के चलते स्कूल बंद होने के मद्देनजर, नियमित कक्षाओं के अभाव में ऑनलाइन शिक्षण के विचार का समर्थन किया है. लेकिन उन्होंने कहा कि इसका आयोजन ज्यादा बेहतर और अधिक संवादात्मक तरीके से होना चाहिए जिससे ज्ञान का प्रतिपादन बेहतर हो सके.
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वहीं नीति आयोग के सदस्य ने स्कूल दोबारा खोलने से पहले विद्यार्थियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एक रणनीति बनाने की जरूरत पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि हो सकता है कि उन्हें उतने ही दायरे में पालियों का आयोजन करना पड़े जिससे वह विद्यार्थियों को संभाल सकें, हो सकता है उन्हें ज्यादा शिक्षकों को भर्ती करना पड़े और स्कूलों को दो पालियों में चलाया जाए.
सारस्वत ने कहा, 'कक्षा के आधे विद्यार्थी सुबह में और अन्य दोपहर की पाली में आ सकते हैं या पहले से छठी कक्षा के विद्यार्थी सुबह में और सातवीं से दसवीं के विद्यार्थी दोपहर में आ सकते हैं.' साथ ही रक्षा मंत्री के पूर्व वैज्ञानिक सलाहकार ने बताया कि स्कूलों को फिर से खोलने की रणनीति पर शिक्षा विभाग को काम करना होगा.
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उन्होंने कहा कि सामान्य कक्षाओं के साथ, ऑनलाइन शिक्षा को भविष्य में नियमित व्यवस्था के तौर पर जारी रखा जाना चाहिए और बड़े पैमाने पर प्रोत्साहित करना चाहिए, इससे जिससे प्रौद्योगिकी ज्ञान के प्रतिपादन में मदद कर सकती है. सारस्वत ने शिक्षा क्षेत्र में सुधारों का भी सुझाव दिया और कहा कि भारत रटने की विद्या की समस्या का सामना कर रहा है.